आपकी वजह से टॉर्चर किया गया : हमास की कैद से छूटे बंधक ने इजराइल के मंत्री पर ही उठाए सवाल
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इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम के बाद बंधकों की रिहाई जारी है. 13 अक्टूबर को हमास ने इजराइल के बार कुपरस्टीन को रिहा किया. रिहा होने पर कुपरस्टीन ने कैद के दौरान हुई बदसलूकी का खुलासा किया और अपने देश के मंत्री पर सवाल उठाए.

कुपरस्टीन ने बताया कि कैद में उन्हें इतनी बुरी तरह पीटा गया कि वे एक महीने तक चल नहीं पाए. उन्होंने कहा कि हमास ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इटामार बेन गवीर ने फिलिस्तीनी कैदियों की पिटाई की थी. हमास ने फिलिस्तीनी कैदियों के साथ बुरे बर्ताव का बदला लेने के लिए इजराइली कैदियों से क्रूरता की.

कुपरस्टीन ने मंत्री बेन गवीर पर आरोप लगाया कि उन्होंने फिलिस्तीनी कैदियों की खराब हालत का प्रचार किया और टॉर्चर करते हुए वीडियो जारी किए. उनके इस प्रचार ने हमास की कैद में इजराइली कैदियों का जीवन और कठिन बना दिया.

कान चैनल को दिए इंटरव्यू में कुपरस्टीन ने बताया कि हमास अपहरणकर्ता उन्हें कई दिनों तक जानबूझकर खाना नहीं देते थे. अपनी कैद के 270वें दिन उनके साथ मारपीट की गई. वे आए और हमें बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया. हमें दीवार के सामने खड़ा किया और बहुत मारा.

कुपरस्टीन ने कहा, उन्होंने कहा कि यह बेन गवीर की वजह से है. हमारे कैदियों के साथ जो वो करता है, वही तुम पर लागू होगा. आंख के बदले आंख, दांत के बदले दांत. वे बार-बार यही कहते और फिर मारते.

एक हफ्ते बाद, उन्हें आंखों पर पट्टी बांधकर कोठरी में ले जाया गया, जहां अंदर जाते ही उनके चेहरे पर दो जोरदार मुक्के मारे गए. वे जमीन पर गिर पड़े. कुपरस्टीन ने आगे बताया कि उन्हें पैरों से पकड़कर पूरे कमरे में घसीटा गया, अपमानित किया गया और पैरों को एक खंभे से बांध दिया गया. एक अपहरणकर्ता ने हिब्रू में कहा- अब तक हमने कुछ नहीं किया था. अब तुम महसूस करोगे कि हमारे कैदियों के साथ (इजराइल में) क्या होता है.

कुपरस्टीन ने बेन गवीर पर नाराजगी जताते हुए कहा कि फिलिस्तीनी कैदियों के साथ सख्त व्यवहार की बातें इतनी खुलकर सार्वजनिक क्यों की गईं. उन्होंने सवाल उठाया कि जब उन्हें पता है कि इजराइली हमास के हाथों में हैं, तो ऐसी खबरें बाहर क्यों जा रही हैं.

कुपरस्टीन उन अंतिम 20 बंधकों में से एक थे जिन्हें 13 अक्टूबर को अमेरिका की मध्यस्थता में युद्धविराम और बंधक रिहाई समझौते के तहत छोड़ा गया.

बेन गवीर, जो इजराइली जेल प्रणाली की निगरानी करते हैं, लंबे समय से फिलिस्तीनी कैदियों को दी जाने वाली सुविधाओं का विरोध करते रहे हैं. अपने कार्यकाल की शुरुआत में उन्होंने जेलों में ताजी रोटी परोसने पर प्रतिबंध लगाया और कैदियों के नहाने के समय को सीमित कर दिया. 7 अक्टूबर के हमले के बाद, उन्होंने और भी सख्त नीतियां लागू कीं, जैसे कैदियों की भीड़ बढ़ाना और उनके बिस्तर हटाना.

अगस्त में, मंत्री ने जेल में सबसे चर्चित फिलिस्तीनी कैदी मारवान बरघौती से मिलते हुए खुद का एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वो उसे तंज कसते दिखे थे.

कुपरस्टीन, जिन्हें 7 अक्टूबर 2023 को नोवा म्यूजिक फेस्टिवल से अगवा किया गया था, ने सवाल उठाते हुए कहा, आपने हमें यह क्यों सहने दिया? आप तो सरकारी मंत्री हैं. आपको हमारी परवाह करनी चाहिए, आप हमारी परवाह क्यों नहीं कर रहे?

बेन गवीर, जो हमेशा से हमास के साथ किसी भी युद्धविराम या बंधक रिहाई समझौते के खिलाफ रहे हैं, उन्होंने कुपरस्टीन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि इजराइली मीडिया हमास के पक्ष में काम कर रहा है. उन्होंने कहा, मैं बार कुपरस्टीन और सभी लौटे हुए बंधकों को गले लगाता हूं, लेकिन इजराइली मीडिया हमास की कहानी को अपना रहा है.

रिहा हुए अन्य बंधकों ने भी कहा है कि मंत्री के फिलिस्तीनी कैदियों पर दिए गए बयानों के बाद कैद के दौरान उन्हें पीटा गया.

बेन गवीर ने दावा किया कि शिन बेट (इजराइल की खुफिया एजेंसी) ने बाद में कहा कि जब उन्होंने फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों के साथ सख्त व्यवहार को सार्वजनिक किया, तो आतंकवादी हमलों में कमी आई और हमास डर गया. हालांकि, उनके इस दावे के उलट, शिन बेट के आंकड़े दिखाते हैं कि बेन गवीर के कार्यकाल के दौरान आतंकवादी हमलों में बड़ी बढ़ोतरी हुई है.

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