अमेरिकी राष्ट्रपति की शान में कसीदे पढ़ने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अब अपने देश में आलोचना का शिकार हो रहे हैं. लोग उन्हें डोनाल्ड ट्रंप का चाटुकार बता रहे हैं. सोशल मीडिया पर उन्हें खूब ट्रोल किया जा रहा है. उपयोगकर्ताओं ने लिखा है कि चापलूसी के लिए नोबेल होता तो शहबाज शरीफ उसके सबसे बड़े दावेदार होते.
मिस्र में गाजा शांति समिट के दौरान शहबाज शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रुकवाने के दावे का समर्थन किया था और ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की वकालत की थी. ट्रंप ने उन्हें अपने भाषण के दौरान बुलाकर पूछा कि क्या आप कुछ कहना चाहते हैं? फिर पांच मिनट तक शरीफ ने ट्रंप की तारीफ की.
लेकिन, आखिर पाकिस्तान के हुक्मरान अमेरिका को खुश क्यों रखना चाहते हैं? ये हैं इसके 5 बड़े कारण:
आर्थिक मदद की आस: पाकिस्तान कंगाली से जूझ रहा है और उसे अमेरिका से आर्थिक मदद की उम्मीद है. बलूचिस्तान के पसनी में स्थित बंदरगाह को विकसित करने का प्रस्ताव अमेरिका को दिया गया है ताकि वह वहां के खनिज संसाधनों तक पहुंच सके. अमेरिका पसनी बंदरगाह इसलिए चाहता है क्योंकि यह चीन के ग्वादर बंदरगाह से केवल 110 किलोमीटर दूर है. मिसौरी स्थित यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स ने पाकिस्तानी सेना द्वारा संचालित कंपनी के साथ 500 मिलियन डॉलर की डील भी की है. पाकिस्तान अमेरिका की मदद से बलूचिस्तान में सोना निकालकर आर्थिक संकट दूर करना चाहता है.
बाइडन के कार्यकाल में बढ़ी दूरी घटाने की कोशिश: राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यकाल में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच दूरियां बढ़ गई थीं. पाकिस्तान फिर से रिश्ते ठीक करना चाह रहा है. पूर्व पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने दावा किया था कि उनकी सरकार अमेरिका के कहने पर गिराई गई है.
हथियारों की आस, युद्ध में मिलेगा साथ: पाकिस्तान को लगता है कि युद्ध की स्थिति में उसे अमेरिका का साथ और हथियार दोनों मिलेंगे. मई 2025 में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर किया, जिसके बाद ट्रंप ने युद्धविराम कराने का दावा किया था. जून में पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने ट्रंप से गुप्त मुलाकात की थी. फिर शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख व्हाइट हाउस पहुंचे. पाकिस्तान को लगता है कि भविष्य में ईरान से युद्ध हुआ तो अमेरिका हथियारों से मदद करेगा और उसके साथ खड़ा होगा. अमेरिका ने हाल ही में पाकिस्तान को एआईएम-120 AMRAAM मिसाइल देने की योजना बनाई है.
भारत पर दबाव बनाने की कोशिश, कश्मीर मुद्दा भी कारण: पाकिस्तान अमेरिका के जरिए भारत पर दबाव बनाना चाहता है और कश्मीर मुद्दा उठाता रहता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की बात भी कही थी. पाकिस्तान अमेरिका से डिफेंस डील कर भारत पर दबाव बनाना चाहता है. उसे जो एआईएम-120 मिसाइलें मिलेंगी, वे एफ-16 फाइटर जेट पर लगेंगी और भारतीय विमानों को निशाना बना सकती हैं.
चीन की नजदीकी के चलते अमेरिका को नाराज होने से बचाने की नीति: पाकिस्तानी सरकार हर किसी को खुश करने की रणनीति पर काम कर रही है. उसे लगता है कि चीन से उसकी नजदीकी अमेरिका की नाराजगी का कारण न बन जाए, इसलिए वह दोनों हाथ में लड्डू रखना चाहता है. पाकिस्तान ने हाल ही में चीन से 8.5 अरब डॉलर के निवेश हासिल किए हैं और पसनी बंदरगाह अमेरिका को देकर उसे भी साध लिया है.
Trump to Shahbaz Sharif: Bas kar Paglay Rulayega kya.
— Khalid Baig (@KhalidBaig85) October 14, 2025
Meloni: What on Earth am I having to witness! Someone please get me out of here. pic.twitter.com/nwm0yVfz73
अभिषेक शर्मा को ICC का सबसे बड़ा तोहफ़ा, बने प्लेयर ऑफ़ द मंथ !
छत्तीसगढ़ में 170 नक्सलियों का आत्मसमर्पण, गृहमंत्री अमित शाह ने बताया ऐतिहासिक दिन
मानव-शक्ति से उड़ी साइकिल: जापानी छात्रों ने रचा इतिहास!
24 वर्षीय रेसलर ने WWE में रचा इतिहास, दिग्गज की बादशाहत ध्वस्त!
गुजरात में सियासी भूचाल: मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट का इस्तीफा!
पाकिस्तानी PM शहबाज क्यों करते हैं अमेरिका की चापलूसी? ये हैं 5 बड़ी वजहें
दिल्ली हाईकोर्ट की वर्चुअल सुनवाई में वकील का अश्लील वीडियो वायरल, मचा हड़कंप
मुकेश सहनी को डगरा का बैगन बनाकर फेंकने का काम!
मगरमच्छ को खिलाया मांस, फिर प्यार से सहलाया; शख्स की हिम्मत देख दंग रह गए लोग!
नहीं सुधरे पाकिस्तानी, अब भी हैंडशेक का भूत सवार!