दिल्ली से जम्मू-कश्मीर तक, रविवार की रात भारत समेत पूरी दुनिया ने साल का दूसरा और आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण यानी ब्लड मून देखा।
ग्रहण रात 9 बजकर 57 मिनट पर शुरू हुआ और 1 बजकर 28 मिनट पर खत्म हुआ। लगभग 3 घंटे 27 मिनट तक चांद पर ग्रहण लगा रहा, जिसके खूबसूरत नज़ारे लोगों के दिलों में बस गए।
सबसे पहले तमिलनाडु में चंद्रग्रहण शुरू हुआ। पूर्ण चंद्रग्रहण लगभग 80 मिनट तक रहा। इसके बाद, 12 बजकर 22 मिनट पर चंद्रमा से पृथ्वी की छाया हटने लगी। लोगों ने दूधिया सफेद चांद और फिर ब्लड मून देखा।
27 जुलाई 2018 के बाद पहली बार, 2025 में भारत के सभी शहरों में पूर्ण चंद्रग्रहण ब्लड मून के साथ दिखाई दिया। 2022 के बाद यह भारत में सबसे लंबा चंद्रग्रहण था। अगला पूर्ण चंद्रग्रहण अब 2028 में लगेगा।
इस बार पूर्ण चंद्रग्रहण और ब्लड मून को देखने के लिए किसी विशेष चश्मे या फिल्टर की आवश्यकता नहीं थी। कई लोगों ने इसे दूरबीन या टेलिस्कोप से भी देखा।
बेंगलुरु, कर्नाटक में नेहरू प्लेनेटेरियम ने लोगों को दिखाने के लिए हाई रिजोल्यूशन लेंस वाले टेलीस्कोप लगाए थे।
ग्रहण का सूतक काल 12 बजकर 57 मिनट पर शुरू हो गया था। उज्जैन के महाकाल मंदिर में चंद्रग्रहण लगने से पहले ही आरती के बाद कपाट बंद कर दिए गए थे।
*#WATCH | Delhi | Moon completely visible following Total Phase of the #LunarEclipse pic.twitter.com/Ss0YVzJqAy
— ANI (@ANI) September 7, 2025
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