जून और जुलाई में कमजोर प्रदर्शन के बाद अगस्त में मानसून ने फिर से रफ्तार पकड़ी है। उत्तर भारत में तेज बारिश के बाद, मध्य और दक्षिण भारत में भी लगातार अच्छी बारिश हो रही है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले 24 घंटों में देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।
अगले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तरी हरियाणा, उत्तरी पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, मराठवाड़ा और विदर्भ में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।
मध्य प्रदेश में शुक्रवार और शनिवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के जिलों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। बाकी क्षेत्रों में भी हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। बारिश का यह सिलसिला छह-सात दिनों तक जारी रह सकता है।
मुंबई में 18 से 20 अगस्त के बीच मानसून की गतिविधियां तेज होने की संभावना है, जिससे शहर और आसपास के इलाकों में भारी बारिश हो सकती है और अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
कई हफ्तों के सूखे के बाद, राजस्थान में 15 अगस्त से जरूरी बारिश शुरू होने की उम्मीद है, जिसकी तीव्रता 17 से 20 अगस्त के बीच बढ़ जाएगी।
पिछले कुछ दिनों में मानसून कमजोर रहा है, लेकिन कई राज्यों में भारी बारिश हुई है। अगले दो दिनों में पहाड़ों पर भारी बारिश के कारण नुकसान होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिमी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, केरल, माहे, कोंकण, गोवा, मराठवाड़ा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, पंजाब, उत्तराखंड और विदर्भ में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में भी बारिश शुरू होने की संभावना है। पहाड़ों और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। बिहार, झारखंड और ओडिशा सहित गंगा के किनारे पश्चिम बंगाल में बारिश में कमी आएगी।
उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा के तट से लगे पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। अगले 48 घंटों में इसके उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है।
मानसून की द्रोणिका अब श्री गंगानगर, चूरू, गुना, जबलपुर, रायपुर से होते हुए बंगाल की खाड़ी पर बने कम दबाव क्षेत्र तक पहुंच रही है।
हिमाचल प्रदेश और उससे सटे जम्मू पर समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने और मानसून द्रोणिका के मध्य प्रदेश से गुजरने के कारण प्रदेश में एक बार फिर मानसून की सक्रियता बढ़ गई है, जिससे अगले छह-सात दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। पिछले 24 घंटों में मंडला में 32.6 मिमी और इंदौर में 31.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
*Chandigarh With Morning Rain ☔ pic.twitter.com/1rWU5hBOCm
— Suchintan Singh (@suchintan_singh) August 14, 2025
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