रांची में वेटिकन सिटी थीम वाले पंडाल पर विवाद: ईसा मसीह की जगह स्थापित की गई भगवान कृष्ण की मूर्ति
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रांची: झारखंड की राजधानी रांची में दुर्गा पूजा के एक पंडाल को लेकर उठा विवाद अब शांत हो गया है। रतु रोड पर आर.आर. स्पोर्टिंग क्लब द्वारा बनाए गए वेटिकन सिटी थीम वाले पंडाल में यीशु मसीह की तस्वीर को हटाकर भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित कर दी गई है।

यह फैसला विश्व हिंदू परिषद (VHP) के विरोध के बाद लिया गया। VHP ने पंडाल की थीम को हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला और धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाला बताया था। हालांकि, आयोजकों ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका मकसद केवल अमन और भाईचारे को बढ़ावा देना था।

आर.आर. स्पोर्टिंग क्लब ने इस साल अपने दुर्गा पूजा पंडाल को कोलकाता के श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब के 2022 के वेटिकन सिटी थीम से प्रेरित होकर बनाया था। पंडाल में रोमन कैथोलिक चर्च के केंद्र, सेंट पीटर्स बेसिलिका और वेटिकन म्यूजियम की शैली में सजावट की गई थी। इसके अंदर यीशु मसीह की तस्वीर लगाई गई थी, जिस पर VHP ने सख्त ऐतराज जताया था।

VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी आपत्ति जाहिर करते हुए कहा था कि यह पंडाल हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धर्मांतरण को बढ़ावा देने के इरादे से बनाया गया है। उन्होंने सवाल उठाया था कि अगर आयोजक इतने ही सेक्युलर हैं, तो वे किसी चर्च या मदरसे में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगाकर दिखाएं।

पंडाल के संरक्षक विक्की यादव ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने बताया कि पिछले 50 सालों से दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है और हर साल अलग-अलग थीम पर पंडाल बनाए जाते हैं। इस बार भारत के बहु-धार्मिक स्वरूप को दिखाने के लिए वेटिकन सिटी की थीम चुनी गई थी।

यादव ने आगे बताया कि पंडाल के बाहर की यूरोपीय शैली की मूर्तियों को नहीं हटाया गया है, लेकिन अंदर की यीशु मसीह की तस्वीर को हटाकर भगवान कृष्ण की मूर्ति लगाने का फैसला लिया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह फैसला VHP के विरोध की वजह से नहीं, बल्कि कमेटी के सदस्यों की सहमति से लिया गया है, ताकि सभी धर्मों को एक मंच पर दिखाया जा सके।

यादव ने यह भी कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो धार्मिक सौहार्द के लिए जाना जाता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे के दौरान चर्चों में जाने के वीडियो दिखाते हुए सवाल उठाया कि अगर धार्मिक एकता नहीं है, तो फिर भारत को हिंदू राष्ट्र क्यों न घोषित कर दिया जाए?

आयोजकों ने बताया कि पंडाल को कोलकाता के कारीगरों ने तैयार किया है, जो वेटिकन सिटी के सेंट पीटर्स बेसिलिका और वेटिकन म्यूजियम की तर्ज पर बनाया गया है। यादव ने कहा कि उनका उद्देश्य हमेशा से सनातन धर्म को बढ़ावा देना रहा है, और उन्होंने पहले भी कई ऐसे आयोजन किए हैं जो इसकी मिसाल हैं। उनका मकसद अमन और भाईचारा फैलाना है, न कि बंटवारा करना।

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