कौन हैं कुलमन घिसिंग? Gen-Z ने अंतरिम पीएम के लिए आगे किया नाम
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नेपाल में जारी उथल-पुथल के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सेना और Gen-Z आंदोलनकारियों के बीच हुई बैठक में कुलमन घिसिंग का नाम अंतरिम प्रधानमंत्री के लिए प्रस्तावित किया गया है।

पेशे से इंजीनियर कुलमन घिसिंग के नाम का प्रस्ताव Gen-Z के एक समूह ने बैठक में रखा। नेपाल में अंतरिम सरकार के गठन को लेकर सेना, Gen-Z आंदोलनकारी और पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की समेत सात प्रतिनिधियों की बैठक चल रही है। इसी बैठक में कुलमन का नाम आगे बढ़ाया गया है।

यह पहली बार है जब कुलमन घिसिंग का नाम प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल हुआ है। इससे पहले सुशीला कार्की और काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह इस दौड़ में आगे चल रहे थे।

कुलमन घिसिंग, नेपाल विद्युत प्राधिकरण (NEA) के पूर्व प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने Gen-Z के प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

तो आखिर ये कुलमन घिसिंग कौन हैं और क्यों आंदोलन के बीच उनका नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया गया है?

हाल ही में नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद युवा वर्ग सड़कों पर उतर आया। प्रदर्शन हिंसक हो गया और लोगों ने सरकार पर भ्रष्टाचार और विफलता का आरोप लगाते हुए आंदोलन शुरू कर दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा।

नेपाल में तनाव व्याप्त है और अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त करने की प्रक्रिया तेज़ हो गई है।

नेपाल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुलमन घिसिंग को प्रबंधन का गहरा अनुभव है। वे पहले NEA के प्रबंध निदेशक थे। उन्होंने अपने कार्यकाल में बिजली कटौती को खत्म करने और बिजली चोरी पर लगाम लगाने के लिए काम किया, जिसके चलते वे सुर्खियों में आए।

कुलमन घिसिंग का जन्म नेपाल में हुआ और उन्होंने वहीं अपनी शिक्षा प्राप्त की। इंजीनियरिंग करने के बाद, 2016 से 2020 तक वे NEA में प्रबंध निदेशक रहे। देश में उनकी छवि एक ईमानदार अधिकारी की है। उन्हें बिजली विभाग में तकनीकी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है। सोशल मीडिया पर वे युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं।

बिजली विभाग में तकनीक को शामिल करने और नेपाल के दूरदराज के इलाकों तक बिजली पहुंचाने के लिए उन्हें देशभक्त टेक्नोक्रेट के खिताब से सम्मानित किया जा चुका है। नेपाली मीडिया के अनुसार, वे सरल और सादगीपूर्ण व्यक्ति हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं के बीच, Gen-Z के एक वर्ग ने उनका नाम अंतरिम प्रधानमंत्री के लिए आगे बढ़ाया है।

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