नेपाल में हुए हालिया सत्ता परिवर्तन के बाद, जेन Z का नाम सबकी जुबान पर था। ये जेन Z कौन हैं, जो प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रहे थे? इनमें न कोई राजनैतिक दल से था, न कोई सांस्कृतिक संगठन से।
जेन Z कोई संगठन नहीं, बल्कि एक पीढ़ी का नाम है, जिसमें 1997 से 2012 के बीच जन्मे युवा शामिल हैं। 1901 से शुरू हुए इस पीढ़ीगत वर्गीकरण को 2039 तक अलग-अलग नामों से जाना जाएगा।
पीढ़ियां समय के साथ कैसे बदलती गईं?
जेन Z पीढ़ी की विशेषताएं:
जेन Z लगभग 1997 और 2012 के बीच पैदा हुई पीढ़ी को संदर्भित करता है। ये मिलेनियल्स के बाद और जेनरेशन अल्फा से पहले आते हैं।
जेनरेशन Z यानी नई पीढ़ी में 1997 से 2012 के बीच पैदा हुए युवाओं की बड़ी संख्या है। दुनिया की लगभग 30% वर्कफोर्स बना चुके जनरेशन Z की पीढ़ी डिजिटल पर केंद्रित है।
नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन लगने के कारण ही ये एक्टिव हुए और एक दिन में नेपाल में सत्ता पलट कर दिया, क्योंकि यह पीढ़ी डिजिटल पर निर्भर है। इंटरनेट, सोशल मीडिया, स्मार्टफोन के बढ़ते इस्तेमाल के बीच जनरेशन Z के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल आसान है।
एक सर्वे के मुताबिक, जेन Z अपने भविष्य को लेकर पहले से ही योजना बनाकर चलते हैं। आंकड़े बताते हैं कि जेन Z मोबाइल पर ही अधिकतर काम करना पसंद करते हैं। सोशल मीडिया के 81% यूजर जेन Z हैं। ऑनलाइन प्रोडक्ट खोजना और 85% नए प्रोडक्ट्स के बारे में भी ऑनलाइन सर्च से ही पता लगाते हैं। ये ऑनलाइन रिव्यू देते हैं और उन पर भरोसा करते हैं।
जन्म लेने के साथ इंटरनेट, उसके बाद स्मार्टफोन और तकनीक के क्षेत्र में लगातार बदलते अपडेट को देखते हुए भी इस पीढ़ी को जेन Z कहा जाता है।
सिर्फ जानकारी हेतु
— बामसेफ एक विचारधारा (@margdata8705) September 9, 2025
Gen-Z एक ऐसी पीढ़ी है जो डिजिटल युग में जन्मी है जो सामाजिक स्वतंत्रता, समानता पर्यावरण,तकनीक, सामाजिक बदलाव और व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर जोर देती है
(संतरे अंधभक्त इस श्रेणी में नहीं आते यह याद रहे)
pic.twitter.com/AUN0LRtD4i
आतंकी दानिश निकला गिरोह का सरगना, पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था
बुमराह की मिसाइल यॉर्कर! UAE बल्लेबाज का उड़ा स्टंप, वीडियो वायरल
अक्षय कुमार की कनपुरिया अंदाज़ में गुटखे पर भौकाली सलाह, वायरल हुआ वीडियो
भारत की यूएई पर बड़ी जीत, सूर्यकुमार यादव ने बताया अर्शदीप क्यों नहीं खेले, पाकिस्तान को भी ललकारा!
ट्रंप का अहंकार भारत-अमेरिका साझेदारी पर भारी: अमेरिकी सांसद का तीखा हमला
हमारे ज़माने में आक्रामकता थी, बदतमीजी नहीं: पाकिस्तानी दिग्गज की क्रिकेट पर बेबाक राय
यूएई पर जीत, अर्शदीप के लिए सिरदर्द! पाकिस्तान के खिलाफ भी पत्ता कटने का खतरा
इंग्लैंड की धरती पर दक्षिण अफ्रीका का धमाका, पहले टी20 में जीत!
शिकार निगलने के बाद किंग कोबरा की अजीब हरकत, वीडियो देख दंग रह जाएंगे!
उप-राष्ट्रपति चुनाव: क्या बीजेपी ने की सांसदों की खरीद-फरोख्त? TMC सांसद ने लगाया करोड़ों खर्च का आरोप!