सोलापुर में तैनात IPS अधिकारी अंजना कृष्णा और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच हुई बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में अजित पवार, IPS अधिकारी को कार्रवाई रोकने की धमकी देते और पहचान न होने पर कार्रवाई करने की बात कहते हुए सुनाई दे रहे थे। इस घटना के बाद अजित पवार विवादों में घिर गए।
हालांकि, अजित पवार ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन उनकी पार्टी के नेता IPS अधिकारी के खिलाफ जांच की मांग करने लगे।
NCP एमएलसी अमोल मिटकरी ने IPS अधिकारी अंजना कृष्णा के शिक्षा और जाति प्रमाण पत्रों पर सवाल उठाते हुए UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) से जांच की मांग की थी। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर UPSC से IPS अधिकारी के दस्तावेजों की जांच करने का आग्रह किया था और इस संबंध में UPSC को पत्र भी लिखा था।
अब, मिटकरी ने अपना पोस्ट हटा दिया है और माफी मांगी है।
उपमुख्यमंत्री और NCP अध्यक्ष अजित पवार ने सोलापुर के करमाला की DSP कृष्णा को फोन पर फटकार लगाई थी और उनसे अवैध मिट्टी उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई रोकने को कहा था। वीडियो वायरल होने के बाद अजित पवार की आलोचना हुई और वे विपक्ष के निशाने पर आ गए थे। कहा जा रहा है कि पवार इस विवाद को खत्म करना चाहते थे।
विवाद तब और बढ़ गया जब NCP के एमएलसी मिटकरी ने ट्वीट किया कि उन्होंने UPSC से अंजना कृष्णा के शैक्षणिक और जाति प्रमाण पत्रों के बारे में जानकारी मांगी है। विपक्ष के कई नेताओं ने NCP को घेरना शुरू कर दिया और सरकार पर हमलावर हो गए। शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले और कांग्रेस नेता यशोमति ठाकुर ने भी उनकी आलोचना की।
इसके बाद, अमोल मिटकरी ने एक अन्य पोस्ट में लिखा कि यह उनकी पार्टी का रुख नहीं है, बल्कि उनका निजी विचार है। उन्होंने कहा कि वह पुलिस बल और ईमानदारी से काम करने वाले अधिकारियों का बहुत सम्मान करते हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के रुख से पूरी तरह सहमत हैं। उन्होंने सोलापुर घटना के संबंध में किए गए ट्वीट को वापस लेते हुए माफी मांगी।
विवाद की शुरुआत अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद हुई थी। IPS अधिकारी कार्रवाई के लिए पहुंची थीं, लेकिन वहां मौजूद एक व्यक्ति ने सीधे अजित पवार को फोन लगा दिया और कार्रवाई रुकवाने के लिए कहा। उसने अजित पवार से बात करने के लिए फोन IPS अधिकारी को दे दिया। बातचीत की शुरुआत में IPS अधिकारी अजित पवार की आवाज नहीं पहचान पाईं। इसके बाद अजित पवार ने पुलिस अधिकारी को वीडियो कॉल किया और सख्त लहजे में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई रोकने को कहा।
शिव-शाहू-फुले-आंबेडकर यांच्या विचारावर आपला पक्ष चालत असल्याचे सांगणाऱ्या राष्ट्रवादी काँग्रेसच्या एका नेत्याने आयपीएस अधिकाऱ्याच्या जातीवर येणे निंदनीय आहे. मिटकरींना कृष्णा यांच्या दस्तावेजाची आताच कशी काय आठवण झाली?@amolmitkari22 pic.twitter.com/MWDVQNhhgS
— Adv. Yashomati Thakur (@AdvYashomatiINC) September 5, 2025
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