प्रदेश के दो शिक्षकों को वर्ष 2025 का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार आज 5 सितंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू प्रदान करेंगी।
दमोह जिले की प्राथमिक शिक्षक शीला पटेल, शासकीय प्राथमिक शाला देवरान टपरिया में पदस्थ हैं। आगर-मालवा जिले के भेरूलाल ओसारा माध्यमिक शिक्षक, शासकीय ईपीईएस माध्यमिक शाला खेरिया सुसनेर में पदस्थ हैं।
इन शिक्षकों का चयन शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए हुआ है। उन्होंने अपनी शालाओं में बच्चों को खेल-खेल में आनंदमयी शिक्षा दी है।
इन शिक्षकों ने विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण के लिए ईको क्लब और क्लैप क्लब के संयोजन से ठोस कार्य किया है। बच्चों में पढ़ाई के प्रति रूचि पैदा करने के लिए नुक्क्ड़ नाटक का सहारा लिया है। उन्होंने डिजिटल युग की महत्ता को समझते हुए विद्यार्थियों में ऑनलाइन सुरक्षा जागरूकता फैलाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित होने वाले शिक्षक प्रदेश के अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणा का कार्य करेंगे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों की कर्तव्यनिष्ठा और सेवा- भावना का अभिनंदन किया है। साथ ही प्रदेश के सभी गुरुजनों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। शिक्षकों के उज्ज्वल, सुखी, स्वस्थ और खुशहाल जीवन की कामना भी की है। शिक्षक दिवस राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर मनाया जाता है।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का योगदान अतुलनीय है। भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोच्च है। गुरुजन हमारी गौरवमयी संस्कृति की पहचान है। शिक्षक ही हैं, जो राष्ट्र के नागरिकों को पीढ़ी-दर-पीढ़ी ज्ञान और दक्षता प्रदान करते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस पर प्रदेशवासियों विशेष रूप से शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि शिक्षकों की सीख जीवन में निर्णायक परिवर्तन लाती है। बच्चों का भविष्य गढ़ने का दायित्व शिक्षकों का है। शिक्षक बच्चों को जैसा गढ़ेगें, वैसा ही देश और प्रदेश का निर्माण होगा। गुरू हमारे लिए सर्वोपरि हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि विद्यार्थियों की प्रतिभा के सम्पूर्ण प्रकटीकरण का दायित्व शिक्षकों पर है। उनके मार्गदर्शन और उनके द्वारा दी गई शिक्षा का ही परिणाम होता है कि व्यक्ति, समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनने के साथ ही पथ प्रदर्शन में भी सक्षम हो जाता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा विद्यार्थियों को अनुशासनपूर्वक परिश्रम और पूर्ण समर्पण के साथ शिक्षा प्राप्त करना चाहिये। इससे वे अपने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। अनुशासन के साथ गंभीरतापूर्वक प्राप्त की गई शिक्षा उनके जीवन को संवारने का कार्य करती है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में विद्यार्थियों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिये अनेक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदत्त सुविधाओं का विद्यार्थी पूरा लाभ लेकर अपने जीवन को सार्थक दिशा देंगे। उन्होंने शिक्षा जगत से जुड़े सभी व्यक्तियों को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई दी है।
*प्रख्यात शिक्षाविद, पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती पर सादर नमन करता हूं। राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी गुरुजनों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 5, 2025
एक शिक्षक अपने ज्ञान से न केवल बच्चों को संस्कारित एवं शिक्षित कर उनके भविष्य को संवारता… pic.twitter.com/tU4enKIxTs
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