क्या द बंगाल फाइल्स उम्मीदों पर खरी उतरी? दर्शकों ने दिए मिले-जुले रिव्यू
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विवेक अग्निहोत्री की नई फिल्म द बंगाल फाइल्स आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। द कश्मीर फाइल्स में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और द ताशकंद फाइल्स में लाल बहादुर शास्त्री की रहस्यमयी मौत दिखाने के बाद, निर्देशक अब 1946 के कलकत्ता दंगों, यानी डायरेक्ट एक्शन डे की कहानी लेकर आए हैं।

पल्लवी जोशी अभिनीत द बंगाल फाइल्स के टीजर और ट्रेलर ने पहले ही दर्शकों को झकझोर दिया था। फिल्म को विदेशों में प्री-रिलीज में भी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी। अब, पहले दिन का पहला शो देखने के बाद दर्शकों की प्रतिक्रियाएं अलग-अलग हैं।

एक दर्शक ने फिल्म को 5 में से 4 स्टार देते हुए कहा, कुछ घाव इतने गहरे होते हैं कि भर नहीं पाते। द बंगाल फाइल्स एक दिल दहला देने वाला सिनेमाई अनुभव है जो डायरेक्ट एक्शन डे (1946) की भयावहता को अपनी तीव्रता, बेहतरीन कहानी और दिल दहला देने वाले दृश्यों के साथ जीवंत करने का साहस करता है। विवेक अग्निहोत्री का निर्देशन डायरेक्ट एक्शन डे की क्रूरता, सत्ता के खेल और मानवीय कीमत को दिखाने में नहीं हिचकिचाता। सिम्रत कौर, नमाशी चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, दर्शन कुमार, अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, सौरव दास और शाश्वत के अभिनय को भी सराहा गया है।

दर्शक ने आगे लिखा, फिल्म ने अपने पैमाने और आत्मा दोनों को हासिल किया है। यह सुनिश्चित करते हुए कि कहानी कभी भी दूर की नहीं, बल्कि हमेशा निजी लगे। यह एक आंखें खोलने वाली फिल्म है। फिल्म का हर फ्रेम रोंगटे खड़े कर देने वाला है, हर दृश्य दर्शकों की अंतरात्मा पर चोट करने के लिए गढ़ा गया है। यह सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह इतिहास है जो बड़े पर्दे पर उभरता है और मांग करता है कि हम याद रखें, चिंतन करें और कभी न भूलें... फिर कभी नहीं। जो लोग मानते हैं कि सिनेमा को आपको सच्चाई से झकझोरना और डराना चाहिए, उनके लिए द बंगाल फाइल्स एक अविस्मरणीय अनुभव है।

कुछ दर्शकों का कहना है कि फिल्म देखने के बाद वे अंदर से हिल गए हैं और उनके पास बोलने के लिए शब्द नहीं हैं। कई लोगों ने कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में पहले कभी पता नहीं था, लेकिन फिल्म देखने के बाद उन्हें गुस्सा आ रहा है।

हालांकि, कुछ दर्शकों ने फिल्म को निराशाजनक भी बताया है। एक यूजर ने सोशल मीडिया पर लिखा, द बंगाल फाइल्स देख रहा हूं, भाई ये क्या बना दिया? न कोई स्टोरी है, न कोई प्लॉट है। फिल्म बहुत बोरिंग है। बस बंगाल की फिल्म में बुराई हो रही है, थक गया हूं मैं, नींद आ रही है! मेरी रेटिंग 1 स्टार है। अपना समय और पैसा बर्बाद मत करो।

एक अन्य यूजर ने कहा, यह फिल्म हमारे देश के हर देशभक्त नागरिक को जरूर देखनी चाहिए। यह फिल्म 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे पर आधारित है। जय हिंद जय भारत।

कुल मिलाकर, द बंगाल फाइल्स को दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। कुछ लोग फिल्म को शक्तिशाली और विचारोत्तेजक बता रहे हैं, जबकि अन्य इसे उबाऊ और कहानीविहीन बता रहे हैं।

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