चीन की सैन्य परेड: रोबोट भेड़िए से लेकर परमाणु मिसाइलों तक, दुनिया को चौंकाने वाले घातक हथियारों का प्रदर्शन
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चीन ने हाल ही में द्वितीय विश्व युद्ध की 80वीं वर्षगांठ पर एक भव्य सैन्य परेड का आयोजन किया, जिसमें उसने अपने आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया। इस परेड में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 50,000 लोगों की भीड़ और मीडिया के सामने देश की सेनाओं को सलामी दी।

परेड में चीन ने जिन हथियारों का प्रदर्शन किया, उनमें रोबोटिक भेड़िए, परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलें, लेजर हथियार और ड्रोन्स शामिल थे। इसके अलावा, लड़ाकू विमान और अंतरिक्ष से जुड़ी रक्षा प्रणालियाँ भी परेड का अहम हिस्सा थीं।

चीन ने सुपरसॉनिक मिसाइलों की एक खतरनाक रेंज का प्रदर्शन किया, जिसमें नई वाईजे-15 हाइपरसॉनिक मिसाइलें शामिल हैं। इसके अलावा, वाईजे-17, वाईजे-19 और वाईजे-20 जैसे पुराने सुपरसॉनिक मिसाइलों को भी परेड में दिखाया गया। वाईजे मिसाइलों को किसी भी जहाज या एयरक्राफ्ट से दागा जा सकता है और इसमें बड़े से बड़े जहाज को भारी नुकसान पहुंचाने की क्षमता है।

चीन ने दो नई तरह के पानी में काम करने वाले मानवरहित ड्रोन्स को भी दुनिया के सामने पेश किया। समुद्री ड्रोन- एजेएक्स002 लगभग 60 फीट लंबा है और तारपीडो के आकार का है। यह ड्रोन रडार की पकड़ में न आने की तकनीक पर काम करता है।

चीन ने परमाणु क्षमता वाली अंतरद्वीपीय मिसाइलों का भी प्रदर्शन किया। इनमें तीन मिसाइलें- दॉन्ग फेंग-61, दॉन्ग फेंग-31बीजे और दॉन्ग फेंग 5सी पहली बार दुनिया के सामने लाई गईं। इसके अलावा, चीनी सेना ने अपनी पहली हवा से लॉन्च हो सकने वाली परमाणु मिसाइल जेएल-1 को भी दुनिया के सामने रखा। दॉन्ग फेंग 5सी (डीएफ-5सी) परमाणु मिसाइल की मारक क्षमता 20,000 किलोमीटर से भी ज्यादा की है और यह दुनिया के किसी भी देश को निशाना बनाने में सक्षम है।

चीन ने अंतरिक्ष से जुड़े खतरों से निपटने के लिए अंतरिक्ष रक्षा प्रणाली को भी सामने रखा। एचक्यू-29 स्पेस डिफेंस सिस्टम न केवल अंतरिक्ष से लॉन्च होने वाले हमलों से रक्षा कर सकता है, बल्कि विदेशी सैटेलाइट्स को भी निशाना बना सकता है।

चीनी सेना ने पोत आधारित ऊर्जा केंद्रित लेजर हथियारों के दो स्वरूपों को भी परेड में दिखाया। इनमें से एक को नौसैन्य हवाई रक्षा सिस्टम के तौर पर लगाया जाना है, जबकि दूसरे को थलसेना की सुरक्षा में इस्तेमाल किया जाएगा।

परेड में चीन की थलसेना ने जमीन पर तो वायुसेना ने आसमान में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। इस दौरान लड़ाकू विमानों की कई स्क्वॉड्रन को दर्शाया गया। मुख्य विमानों में जे-20, जे-20ए, जे-20एस और जे-35ए शामिल रहे।

चीन ने कुछ इसी तरह चार पैरों पर चलने वाले रोबोटिक भेड़िए परेड में दर्शाए हैं। चीनी मीडिया का दावा है कि यह मशीनें सीमाई और संघर्ष के क्षेत्रों में न सिर्फ निगरानी कर सकती हैं, बल्कि लक्ष्यों पर निशाना भी साध सकती हैं।

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