एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया है। यह घोषणा प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद की गई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके नाम का ऐलान किया।
राधाकृष्णन का नाम उन नामों में शामिल नहीं था जिनकी उपराष्ट्रपति पद के लिए अटकलें लगाई जा रही थीं, जिसके कारण यह फैसला और भी चौंकाने वाला है।
बीजेपी ने राधाकृष्णन को क्यों चुना? इसके कई कारण हैं।
दक्षिण भारत की राजनीति पर फोकस: राधाकृष्णन तमिलनाडु के तिरुप्पुर से हैं। दक्षिण भारत में बीजेपी की स्थिति मजबूत करने के लिए उनकी उम्मीदवारी महत्वपूर्ण है। तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं, और बीजेपी इस क्षेत्र में अपनी पकड़ बढ़ाना चाहती है। तमिलनाडु बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष के रूप में उनका 40 साल का राजनीतिक अनुभव इस रणनीति को बल देता है।
आरएसएस से गहरा जुड़ाव: राधाकृष्णन का आरएसएस और जनसंघ से लंबा जुड़ाव रहा है। 16 साल की उम्र से ही वे आरएसएस से जुड़े रहे हैं। यह बीजेपी और संघ के बीच मजबूत समन्वय को दर्शाता है।
लंबा राजनीतिक अनुभव: राधाकृष्णन दो बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद रहे हैं। उन्होंने झारखंड, तेलंगाना और पुडुचेरी में राज्यपाल की जिम्मेदारियां भी निभाई हैं। बीजेपी ने उनके इस व्यापक अनुभव को एक राष्ट्रीय नेता के रूप में प्रदर्शित किया है।
क्षेत्रीय संतुलन और संगठनात्मक ताकत: राधाकृष्णन की उम्मीदवारी दक्षिण भारत, विशेषकर तमिलनाडु में पार्टी की छवि को मजबूत कर सकती है। उनकी संगठनात्मक क्षमता और सामाजिक मुद्दों पर सक्रियता, जैसे 93 दिनों की रथ यात्रा, उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाती है।
विपक्ष को चुनौती: जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे के बाद, बीजेपी ने राधाकृष्णन जैसे अनुभवी नेता को चुनकर विपक्षी इंडिया ब्लॉक को चौंकाने की रणनीति अपनाई है। लोकसभा और राज्यसभा में एनडीए का संख्याबल मजबूत है, जिसके कारण राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
In his long years in public life, Thiru CP Radhakrishnan Ji has distinguished himself with his dedication, humility and intellect. During the various positions he has held, he has always focused on community service and empowering the marginalised. He has done extensive work at… pic.twitter.com/WrbKl4LB9S
— Narendra Modi (@narendramodi) August 17, 2025
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