थोड़ा गम, थोड़ी राहत: एलपीजी महंगी, पर पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर!
News Image

पेट्रोल और डीजल पर सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी की है, लेकिन इसका असर आम जनता पर नहीं पड़ेगा. यानी, पेट्रोल-डीजल के दाम फिलहाल नहीं बढ़ेंगे.

दूसरी ओर, घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये का इजाफा किया गया है. उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को भी अब अधिक कीमत चुकानी होगी.

14.2 किलो वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर अब दिल्ली में 853 रुपये में मिलेगा, जो पहले 803 रुपये था. ये कीमतें सोमवार रात से लागू हो गई हैं. सरकार ने कहा है कि 2-3 हफ्तों में कीमतों की समीक्षा की जाएगी.

पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ने के बावजूद आम जनता को कोई बोझ नहीं सहना पड़ेगा. तेल मार्केटिंग कंपनियां (OMCs) पहले से ही अपने लागत और मुनाफे के बीच अंतर को मैनेज कर रही हैं.

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी के अनुसार, एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी से कंपनियों का मार्जिन कम होगा, लेकिन आम आदमी की जेब पर कोई सीधा असर नहीं पड़ेगा.

तेल कंपनियों के पास औसतन 45 दिनों की इन्वेंट्री रहती है, इसलिए कीमतों में तत्काल बदलाव नहीं होगा. फिलहाल पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती संभव नहीं है, लेकिन अगर कच्चे तेल की कीमतें 60 डॉलर प्रति बैरल पर बनी रहती हैं, तो भविष्य में कीमतें कम की जा सकती हैं.

भारत अपनी घरेलू LPG जरूरतों का लगभग 60% आयात करता है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार से जुड़ी होती है. 2020-21 से 2022-23 के बीच अंतरराष्ट्रीय कीमतें तेजी से बढ़ीं, लेकिन सरकार ने इसका पूरा बोझ ग्राहकों पर नहीं डाला.

इस वजह से सरकारी तेल कंपनियों को 28,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जिसके लिए सरकार ने 22,000 करोड़ रुपये की सहायता दी थी. अंतरराष्ट्रीय कीमतें फिर से बढ़ने लगी हैं.

जुलाई 2023 में सऊदी सीपी (LPG का अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क) $385/MT था, जो फरवरी 2025 में $629/MT तक पहुंच गया. इससे तेल कंपनियों को वित्त वर्ष 2024-25 में LPG से लगभग 41,338 करोड़ रुपये का घाटा हो सकता है.

इसलिए, कंपनियों के घाटे को कम करने के लिए LPG सिलेंडर के दाम बढ़ाने का फैसला किया गया है.

सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी को बरकरार रखा है. 14.2 किलो के सिलेंडर पर 300 रुपये की सब्सिडी अब भी मिल रही है.

दिल्ली में उज्ज्वला लाभार्थी को सिलेंडर मात्र 503 रुपये में मिल रहा था, लेकिन अब उन्हें भी करीब 50 रुपये ज्यादा देने होंगे.

पेट्रोलियम मंत्रालय के अनुसार, उज्ज्वला योजना के तहत खाना पकाने की दैनिक लागत केवल 6.10 रुपये है, जबकि गैर-उज्ज्वला उपभोक्ताओं के लिए यह 14.58 रुपये/दिन है.

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में LPG सिलेंडर की कीमतें दुनिया के कई देशों से अब भी कम हैं, यहां तक कि उन देशों से भी कम हैं जो LPG का उत्पादन करते हैं.

भारत 88% से अधिक कच्चा तेल आयात करता है. देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बाजार आधारित होती हैं. बीते कुछ वर्षों में वैश्विक अस्थिरता के बावजूद भारत ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों को स्थिर बनाए रखा है.

नवंबर 2021 और मई 2022 के बीच दो बार एक्साइज ड्यूटी घटाकर पेट्रोल पर 13 रुपये/लीटर और डीजल पर 16 रुपये/लीटर की राहत दी गई. मार्च 2025 में OMCs ने खुदरा कीमतों में ₹2/लीटर की कटौती की थी.

सरकार आम लोगों पर बोझ डाले बिना तेल कंपनियों के वित्तीय संतुलन को बनाए रखने की कोशिश कर रही है. अगर अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो आम जनता को और राहत मिल सकती है.

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

वक्फ विधेयक पर विरोध और उधर बीजेपी नेताओं संग ओवैसी का ठहाका: वीडियो वायरल

Story 1

16 बच्चों के बाद मौलाना ने मोदी को कोसा, कहा - और बच्चे करूंगा!

Story 1

ट्रंप के टैरिफ से हाहाकार: भारतीय शेयर बाजार में 20 लाख करोड़ स्वाहा!

Story 1

पटना कांग्रेस दफ्तर में बवाल: राहुल गांधी की बैठक के बाहर लात-घूंसे, समर्थक और कार्यकर्ता भिड़े

Story 1

तलवार के डर से हिंदुओं को बनाया गया मुसलमान: योगी के विधायक का अजब बयान

Story 1

क्रिकेट खेलते हुए 21 वर्षीय छात्र को हार्ट अटैक, मैदान पर ही तोड़ा दम

Story 1

महंगाई की मार: रसोई गैस सिलेंडर ₹50 महंगा, पेट्रोल-डीजल पर भी बढ़ी एक्साइज ड्यूटी!

Story 1

दिल्ली मेट्रो में शराब पीते और अंडा छीलकर खाते युवक का वीडियो वायरल

Story 1

रसोई गैस के दाम आसमान पर! LPG सिलेंडर 50 रुपये महंगा

Story 1

ड्राइवर की सारी हेकड़ी निकली, स्टाइल में गाड़ी मोड़ने की कोशिश पड़ी भारी, देखें वीडियो