जावेद अख्तर का फूटा गुस्सा: मुत्तकी का देवबंद में स्वागत देख शर्म से झुका सिर!
News Image

जाने-माने गीतकार और लेखक जावेद अख्तर अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के देवबंद दौरे को लेकर बेहद नाराज हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.

जावेद अख्तर ने देवबंद में मुत्तकी के भव्य स्वागत पर सवाल उठाते हुए कहा कि सबसे खूंखार आतंकवादी समूह तालिबान के प्रतिनिधि को सम्मानित करना शर्मनाक है. उन्होंने देवबंद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने ऐसे व्यक्ति को इस्लामी हीरो कहकर सम्मानित किया, जो लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने वालों में से है.

अख्तर ने मुत्तकी के लिए इस्लामी हीरो और लड़कियों की शिक्षा पर बैन लगाने वाला जैसे शब्दों का प्रयोग किया है, जिन पर काफी बहस हो रही है. उन्होंने कहा कि मुत्तकी का स्वागत एक इस्लामी हीरो की तरह किया गया, जबकि असल में इस्लामी हीरो वो होता है जो इस्लाम का प्रचार करे और शरिया कानून लागू करे.

मुत्तकी ने मदरसों से इस्लामी शिक्षा प्राप्त की है और 1980 से सोवियत सेना के खिलाफ जिहाद में शामिल थे. वह तालिबान के संस्थापकों में से एक हैं और उनकी पहचान एक इस्लामिक नेता के रूप में है. देवबंद में उन्हें हदीस-ए-सनद की उपाधि दी गई, जिसे अख्तर ने मुत्तकी को इस्लामी हीरो के तौर पर सम्मानित करने का तरीका बताया.

देवबंद में मुत्तकी के साथ सेल्फी लेने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी थी, जिसे अख्तर ने कट्टरपंथी इस्लाम का प्रचार करने वालों के प्रति समर्थन बताया. उन्होंने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान में सख्त शरिया कानून लागू किया है और देश को कट्टरपंथियों का मॉडल स्टेट बना दिया है.

अख्तर ने अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि मुत्तकी उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने लड़कियों की शिक्षा पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है. अफगानिस्तान में 12 साल से ऊपर की लड़कियां स्कूल नहीं जा सकती हैं और महिलाओं का यूनिवर्सिटी में प्रवेश भी प्रतिबंधित है.

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, तालिबान सरकार ने महिलाओं पर 80 से अधिक फरमान जारी किए हैं, जिससे स्वास्थ्य, शिक्षा, काम और सुरक्षा में असमानताएं बढ़ रही हैं. अख्तर ने कहा कि मुत्तकी आतंकवाद को बढ़ावा देने और मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए संयुक्त राष्ट्र की बैन लिस्ट में शामिल हैं.

अख्तर ने कहा कि देवबंद की प्रसिद्धि एक धार्मिक संस्थान के तौर पर है और उसे मानव मूल्य और नैतिकता को ही अपना आधार बनाना चाहिए. उन्होंने कहा कि देवबंद में मुत्तकी के स्वागत से उदारवादी लोगों को निराशा हुई है और बेहतर होता कि यह स्वागत बंद कमरे में साधारण समारोह में किया जाता.

मुत्तकी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वह महिला पत्रकार से सवाल पूछते समय नजरें झुकाए हुए हैं. कुछ कट्टरपंथियों ने इसे मुत्तकी की तहजीब बताया है, जबकि अख्तर ने कहा कि यही वो सोच है जिस पर वह सवाल उठा रहे हैं.

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

IND vs WI सीरीज के बाद WTC में उलटफेर, जानिए भारत की नई रैंकिंग!

Story 1

मिशन ऑस्ट्रेलिया: रोहित-कोहली की वापसी, एयरपोर्ट पर दिखा कूल अंदाज!

Story 1

एनडीए में कलह की अटकलें खारिज, नीतीश कुमार खुश, मिलकर करेंगे प्रचार

Story 1

मैथिली ठाकुर ने थामा भाजपा का दामन, अलीनगर से लड़ेंगी चुनाव

Story 1

महिला का गजब जुगाड़: चोर समाज में मचा हड़कंप, वायरल वीडियो देख लोग बोले- वाह दीदी वाह!

Story 1

कपड़े जलकर राख, शरीर से निकलता खून: जैसलमेर बस हादसे में 15 से ज़्यादा मौतें

Story 1

बस्तर की बदलती पहचान: राष्ट्रीय एकता परेड में दिखेगी छत्तीसगढ़ की झांकी

Story 1

रेड पड़ी तो सिलेंडरों से उड़ा दिया पूरा घर, 3 पुलिसकर्मियों की मौत, 13 घायल!

Story 1

धू-धू कर जली जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर चलती बस, खिड़की से कूदकर बची जान

Story 1

RJD-कांग्रेस में बनी बात! पूर्व CM ने दी सीट बंटवारे पर खुशखबरी