यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच, व्लादिमीर पुतिन की फौजी वर्दी में तस्वीरें दुनिया भर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। बेलारूस में सैन्य अभ्यास के दौरान पुतिन को सेना की वर्दी में देखा गया, जिससे कई सवाल उठे।
पहला सवाल यही है कि सूट पहनने वाले पुतिन ने अचानक फौजी वर्दी क्यों पहनी? क्या यह सैनिकों को नजदीकी का एहसास कराने के लिए था, या फिर रूस विरोधी खेमे के लिए कोई संदेश?
पुतिन कोई भी काम बिना सोचे-समझे नहीं करते। उनके शरीर की भाषा और बात करने का तरीका भी बहुत मायने रखता है। इसलिए बेलारूस में पुतिन की इस मिलिट्री यूनिफॉर्म को समझना जरूरी है।
सत्ता में आने के बाद पुतिन को पहली बार 1999 में फौजी वर्दी में देखा गया था, जब रूस और चेचेन्या के बीच युद्ध चल रहा था। इसके बाद 2013 में उन्हें फौजियों के साथ देखा गया, जिसके चार महीने बाद रूस ने यूक्रेन से क्रीमिया को छीन लिया। सितंबर 2022 में पुतिन को फिर फौजी वर्दी में देखा गया, जब रूस ने यूक्रेन के डोनेक्स और लुहांस्क को स्वतंत्र क्षेत्र घोषित कर दिया। पिछली बार, 12 मार्च 2025 को, पुतिन ने फौजी वर्दी पहनी थी, जिसके बाद रूसी सेना ने यूक्रेन के औद्योगिक कारखानों पर हमले तेज कर दिए।
इन घटनाओं को देखते हुए, यह माना जाता है कि पुतिन जब भी मिलिट्री यूनिफॉर्म पहनते हैं, तो रूस किसी बड़े सामरिक एक्शन को अंजाम देता है। अब पुतिन ने पांचवीं बार सार्वजनिक रूप से मिलिट्री यूनिफॉर्म पहनी है।
पुतिन का वर्तमान में सबसे बड़ा विरोधी अमेरिका के नेतृत्व वाला पश्चिमी खेमा है। पुतिन की फौजी वर्दी को लेकर इस खेमे में कितनी हलचल मची है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुतिन के वर्दी पहनने के 24 घंटों के अंदर ही अमेरिकी थिंक टैंक INSTITUTE OF WAR ने एक रिपोर्ट पेश कर दी।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पुतिन के निशाने पर अब नाटो के वो सदस्य देश हैं जो रूसी सीमाओं के करीब स्थित हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि पुतिन ने नॉर्वे, पोलैंड और फिनलैंड जैसे उन नाटो सदस्यों को चेतावनी दी है जो लगातार यूक्रेन को सैन्य मदद दे रहे हैं।
यह रिपोर्ट सिर्फ एक आंकलन है, लेकिन इसे कमतर करके नहीं आंका जा सकता। हाल ही में रूसी ड्रोन पोलैंड तक पहुंच गए थे, जिससे पूर्वी यूरोप के नाटो सदस्य डर गए थे और पोलैंड को नाटो की आपातकालीन मीटिंग बुलानी पड़ी थी।
बेलारूस में हो रहा युद्धाभ्यास भी पोलैंड और फिनलैंड जैसे देशों की टेंशन बढ़ा रहा है। इस सैन्य अभ्यास में रूस और बेलारूस की सेना ने परमाणु हथियारों को लॉन्च करने की ड्रिल को अंजाम दिया है। बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको ने बताया कि परमाणु हथियारों से जुड़ी यह ड्रिल पूरी तरह कामयाब साबित हुई है।
इन देशों को डर है कि कहीं न्यूक्लियर ड्रिल में फौजी वर्दी पहनकर पुतिन ने यह संदेश तो नहीं दिया कि जरूरत पड़ी तो पोलैंड और नॉर्वे जैसे देशों के खिलाफ पुतिन एटमी हथियारों के इस्तेमाल से भी नहीं चूकेंगे।
बेलारूस में जब पुतिन मिलिट्री यूनिफॉर्म पहनकर आए थे, तो दो और दिलचस्प तस्वीरें सामने आईं। ड्रिल पूरी होने के बाद जब पुतिन सैनिकों से मिलने गए, तो उन्होंने अमेरिकी टुकड़ी से विशेष तौर पर मुलाकात की और बिना अनुवादक के ही उनसे बातचीत की।
पुतिन ने पहले भी अमेरिका और नाटो सदस्यों के बीच फर्क को प्रतीकों से जाहिर किया है। 15-16 अगस्त 2025 को जब यूक्रेन युद्ध के सीज़फायर को लेकर पुतिन और ट्रंप मिले थे, तब पुतिन ने कहा था कि उनकी नजर में अमेरिका ऐसा पार्टनर है जिसके साथ व्यापार की असीमित संभावनाएं हैं, जबकि नाटो का एजेंडा रूस की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।
यह विश्लेषण पुतिन के एक मशहूर कथन से समाप्त होता है: एक भेड़िए को पता होता है कि उसे किस जानवर का शिकार करना है। वह किसी की सुनता नहीं है। वह बस अपने शिकार की टोह लेता है, फिर घात लगाता है और आखिर में उसे खा जाता है।
#DNAWithRahulSinha | पुतिन की आर्मी ड्रेस में छिपा संदेश ! पुतिन के कमांडो लुक का DNA विश्लेषण
— Zee News (@ZeeNews) September 17, 2025
पुतिन के आर्मी ड्रेस में आने के मायने क्या ? #DNA #VladimirPutin #Russia #Army @RahulSinhaTV pic.twitter.com/6LXx405SZO
सूर्यकुमार यादव पर AAP नेता का हमला: पैदा होकर देश पर एहसान किया, औकात है तो...
उल्कापिंड से जन्मा वेनम जैसा एलियन? शख्स के दावे से पनामा में सनसनी, वैज्ञानिक हैरान
मंत्री की गुंडागर्दी : पत्रकार की पिटाई, जीवेश मिश्रा पर जेल जाने का खतरा!
कानून के रखवालों पर जानलेवा हमला, बेखौफ बदमाशों ने पुलिस को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का सरेंडर: दो दिग्गजों की सलाह ने बचाया पीसीबी को विनाश से!
मेलोनी का मोदी को जन्मदिन का तोहफा: शक्ति और दृढ़ संकल्प प्रेरणादायक बताया
नीच हरकत पर उतरा पाकिस्तान! माफी का वायरल वीडियो, ICC ने खोली पोल
बिग बॉस 19 में बवाल! नॉमिनेशन की तलवार लटकी, क्या हुई ऐसी भूल?
हिमाचल में बारिश का कहर: सीएम सुक्खू ने नुकसान की समीक्षा की, अधिकारियों को कड़े निर्देश
पाकिस्तानी खिलाड़ी की गेंद से मैदान पर हादसा, अंपायर हुए घायल!