सहारनपुर में आटा चक्की पर मासूम से छेड़छाड़: वीडियो वायरल, क्यों मचा है बवाल?
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उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक 11 साल की बच्ची के साथ आटा चक्की मालिक द्वारा छेड़छाड़ का प्रयास किया गया। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिससे पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है।

बताया जा रहा है कि बच्ची आटा पिसवाने के लिए चक्की पर गई थी। वहीं, मौजूद बुजुर्ग मालिक ने उसे कमरे में खींचने की कोशिश की और उसके साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास किया। बच्ची ने बहादुरी दिखाते हुए शोर मचाया और खुद को बचाया।

दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई थी। वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और तुरंत कार्रवाई शुरू की।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एक गंभीर अपराध है। आरोपी के खिलाफ POCSO एक्ट और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई हैं जो अलग-अलग स्थानों पर दबिश दे रही हैं।

इस घटना से स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है। ग्रामीणों ने आटा चक्की मालिक को तुरंत गिरफ्तार करने और बच्ची को न्याय दिलाने की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे मामलों में त्वरित न्याय की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई और मासूम इस तरह की घटना का शिकार न हो।

POCSO एक्ट बच्चों को यौन अपराधों से सुरक्षा देने के लिए बनाया गया है। इसमें सख्त सजा का प्रावधान है ताकि अपराधियों में डर पैदा हो सके। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आरोपी दोषी पाया जाता है तो उसे कठोरतम सजा मिल सकती है। POCSO एक्ट में नाबालिग बच्चों से छेड़छाड़, उत्पीड़न या किसी भी प्रकार की यौन हिंसा पर सख्त कार्रवाई की जाती है। दोषी पाए जाने पर 7 साल से लेकर उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है।

यह घटना केवल एक अपराध नहीं है, बल्कि यह समाज को एक आईना भी दिखाता है। बच्चों की सुरक्षा केवल पुलिस या प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि परिवार और समाज की भी है। बच्चों को जागरूक करना, उन्हें गुड टच और बैड टच की जानकारी देना और किसी भी संदिग्ध व्यवहार की तुरंत शिकायत करना बेहद जरूरी है।

महिला संगठनों ने भी इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं न केवल कानून-व्यवस्था की चुनौती हैं बल्कि यह सामाजिक चेतना की भी परीक्षा है। संगठनों ने मांग की है कि बच्ची को सुरक्षा और मनोवैज्ञानिक मदद उपलब्ध कराई जाए ताकि उसका आत्मविश्वास बना रहे।

इस घटना के बाद क्षेत्र में भय और गुस्से का माहौल है। लोग अपनी बच्चियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वहीं पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और न्याय दिलाया जाएगा।

सहारनपुर की इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि समाज में बच्चों की सुरक्षा को लेकर हमें और सतर्क रहने की जरूरत है। कानून अपना काम करेगा, लेकिन परिवार और समाज की भूमिका भी उतनी ही अहम है। हर बच्चा सुरक्षित बचपन का हकदार है और ऐसी घटनाएं किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक हैं।

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