चलता-फिरता किला: पीएम मोदी और पुतिन ने किया जिस कार का इस्तेमाल, जानिए उसकी खूबियां
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के बाद हुई द्विपक्षीय बैठक में एक खास बात देखने को मिली। दोनों नेता एक ही कार में सवार थे, जिसने सबका ध्यान खींचा।

पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को इतर द्विपक्षीय वार्ता स्थल तक पहुंचने के लिए अपनी ऑरस लिमोजीन में लिफ्ट दी। करीब 45 मिनट तक दोनों नेताओं ने कार में बैठकर गोपनीय बातचीत भी की।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, एससीओ शिखर सम्मेलन स्थल पर कार्यवाही के बाद राष्ट्रपति पुतिन और मैं द्विपक्षीय बैठक स्थल के लिए एक साथ यात्रा पर निकले। उनके साथ बातचीत हमेशा ज्ञानवर्धक होती है।

दरअसल, यह कार पुतिन की प्रेसिडेंशियल ऑरस लिमोजीन थी, जिस पर चीन ने डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट लगाई थी। हालांकि, चीन ने पीएम मोदी के लिए अपनी ओर से लग्जरी कार उपलब्ध कराई थी, लेकिन पीएम मोदी ने पुतिन का प्रस्ताव स्वीकार किया।

यह कार रूस की पहली फुल साइज लग्जरी सेडान है। इसे फोर्ट्रेस-ऑन-व्हील्स यानी पहियों पर चलता किला भी कहा जाता है।

ऑरस सेनाट को रूस की ऑटोमोबाइल कंपनी ऑरस मोटर्स ने बनाया है, जो रूसी सरकारी रिसर्च इंस्टीट्यूट एनएएमआई, सोलर्स जेएससी और यूएई के तवाजुन होल्डिंग के बीच एक संयुक्त उद्यम है।

राष्ट्रपति पुतिन की आधिकारिक कार 2018 में पेश की गई थी। इसे कोर्टेज परियोजना के तहत विकसित किया गया, जो रूस का अपना लग्जरी और सुरक्षा वाहनों का प्रोजेक्ट है। इसकी डिजाइन सोवियत दौर की ZIS-110 लिमोजिन से प्रेरित है।

ऑरस सेनाट को 2013 में बनाना शुरू किया गया और इसका उत्पादन 2021 में येलाबुगा (Sollers JSC फैक्ट्री) से शुरू हुआ। इसे पहली बार 2018 में पुतिन के शपथ ग्रहण समारोह में दिखाया गया था।

यह कार सिर्फ रूस में ही नहीं, बल्कि कूटनीतिक संबंधों में भी इस्तेमाल होती है। 2024 में रूस ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को भी एक ऑरस सेनाट तोहफे में दी थी।

राष्ट्रपति के इस्तेमाल के अलावा, इसका एक सिविलियन वर्जन भी बनाया गया है। इसकी हर साल सिर्फ 120 यूनिट्स तैयार होती हैं और इसकी कीमत करीब 18 मिलियन रूबल (लगभग 2.5 करोड़ रुपये) है।

ऑरस सेनाट में 4.4-लीटर ट्विन-टर्बोचार्ज्ड V8 इंजन और हाइब्रिड सिस्टम है। यह लगभग 598 hp और 880 Nm टॉर्क पैदा करता है। इसमें 9-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स दिया गया है।

कार की लंबाई 5,630 mm, चौड़ाई 2,000 mm और ऊंचाई 1,700 mm है। इसका व्हीलबेस 3,300 mm का है।

यह कार पूरी तरह से बख्तरबंद है और राष्ट्रपति स्तर की सुरक्षा मानकों पर खरी उतरती है। इसमें एक्टिव क्रूज कंट्रोल, लेन डिपार्चर वार्निंग, ट्रैक्शन कंट्रोल, एडवांस्ड ब्रेकिंग सिस्टम जैसी कई आधुनिक सुरक्षा तकनीकें मौजूद हैं।

अंदर से यह कार बिल्कुल एक महल जैसी लगती है। इसमें प्रीमियम लेदर सीट्स, वुडन ट्रिम, हाई-टेक इंफोटेनमेंट सिस्टम और हर तरह की लग्जरी सुविधाएं हैं।

ऑरस सेनाट सिर्फ एक कार नहीं बल्कि रूस की ताकत और शान का प्रतीक है। इसे अक्सर राजनयिक मुलाकातों, आधिकारिक दौरों और बड़े समारोहों में इस्तेमाल किया जाता है।

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