हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में हालात बिगड़ गए हैं। कांगड़ा जिले के कई क्षेत्र पानी में डूब गए हैं, जबकि चंबा में बादल फटने से गंभीर नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग ने 30 अगस्त तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में खराब मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है। अगले 24 घंटों के दौरान, कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
उना और कुल्लू जिलों के कुछ हिस्सों में 25 अगस्त तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं। कुल्लू जिले में, भारी बारिश के कारण बंजार, कुल्लू और मनाली उपमंडलों में सभी शैक्षणिक संस्थान 25 अगस्त को बंद रहेंगे। ऊना जिले में भी, जिलाधीश ने 25 अगस्त को सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है।
मौसम विभाग ने हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में अगले 24 घंटों में गरज के साथ भारी से अत्यधिक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऊना, बिलासपुर, कुल्लू और हमीरपुर जिलों के कुछ हिस्सों में जोरदार बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
प्रदेश में अब तक 3,111 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 684 पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। मंडी जिले में अकेले 1,486 मकानों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, 465 दुकानें और 2,766 पशुशालाएं भी नष्ट हो चुकी हैं। इन आपदाओं में 1,833 पालतू जानवर और 25,755 पोल्ट्री पक्षी भी मारे गए हैं।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, रविवार शाम तक दो राष्ट्रीय राजमार्ग और 482 सड़कें बंद थीं। मंडी में 245, कुल्लू में 101, चंबा में 82 और कांगड़ा में 21 सड़कें बंद हैं। कुल्लू जिले का आनी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग 305 और चंबा का चंबा-पठानकोट एनएच 154ए अवरुद्ध है।
हिमाचल प्रदेश में 941 बिजली ट्रांसफार्मर और 95 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। मंडी के 477 और चंबा के 409 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं, जबकि मंडी और चंबा में 36-36 पेयजल योजनाएं ठप हैं।
इस मानसून में प्रदेश में 77 बार फ्लैश फ्लड, 79 बार भूस्खलन और 40 बार बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। फ्लैश फ्लड की सबसे ज्यादा 42 घटनाएं लाहौल-स्पीति में हुई हैं। कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा 15 भूस्खलन हुए हैं। मंडी जिले में 18 बार बादल फटे हैं, जबकि कुल्लू में 10, चंबा में 5, शिमला और लाहौल-स्पीति में 3-3 बार और किन्नौर में एक बार बादल फटा है।
हिमाचल प्रदेश को मानसून के कारण अब तक लगभग 2,388 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें लोक निर्माण विभाग को 1,310 करोड़ और जलशक्ति विभाग को 769 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, ऊना, सोलन और सिरमौर में बादल फटने की कोई घटना नहीं हुई है।
*हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला में बारिश का कहर, इंदौरा सहित कई क्षेत्र जलमग्न, बाजार-सरकारी दफ्तर घुटनों तक पानी में डूबे pic.twitter.com/bn4I45SX7w
— ujwal sharma (@ujualsharma13) August 24, 2025
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