ट्रंप का अगला निशाना वेनेजुएला? तेल भंडार पर कब्ज़ा करने की साज़िश!
News Image

अमेरिकी नौसेना ने वेनेजुएला के तट पर तीन युद्धपोत और 4,000 स्पेशल फोर्सेज के जवानों को तैनात करने का फैसला किया है. यह तैनाती कथित तौर पर अमेरिका में वेनेजुएला से आने वाली ड्रग्स की सप्लाई को रोकने और ड्रग कार्टेल्स पर कार्रवाई करने के लिए की गई है.

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता के बयान से संकेत मिलता है कि ड्रग्स तो सिर्फ एक बहाना है. ट्रंप का असली उद्देश्य वेनेजुएला की मादुरो सरकार को निशाना बनाना है. पहले ट्रंप सरकार ने मादुरो पर 435 करोड़ रुपये का इनाम भी घोषित किया था.

ट्रंप के इस कदम के जवाब में, वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने देश में फौज के साथ-साथ नेशनल मिलिशिया की तैनाती का ऐलान किया है. इस मिलिशिया में 45 लाख नागरिक शामिल किए जाएंगे, जिन्हें सरकार की तरफ से हथियार भी मिलेंगे.

विश्लेषकों का मानना है कि वेनेजुएला के पास लैटिन अमेरिका में तेल के सबसे बड़े भंडार हैं, और ट्रंप मादुरो को हटाकर इन भंडारों को अमेरिकी नियंत्रण में लाना चाहते हैं. वेनेजुएला में मादुरो-विरोधी वोट को भी ट्रंप अपने समर्थन में लामबंद करना चाहते हैं. लैटिन अमेरिका में अपने प्रभाव को बढ़ाना भी ट्रंप का एक उद्देश्य है.

ट्रंप और मादुरो के बीच अदावत का एक लंबा इतिहास रहा है. 2017-2021 के बीच, ट्रंप सरकार ने मादुरो विरोधियों का समर्थन किया था. 2020 में, अमेरिका ने वेनेजुएला से तेल व्यापार पर प्रतिबंध सख्त कर दिए थे. 2025 में, ट्रंप सरकार ने अमेरिका में मादुरो के सहयोगियों के खाते और संपत्तियां जब्त कर लिए थे.

बार-बार नाकाम होने के बाद, ट्रंप ने अब वेनेजुएला से निपटने के लिए सैन्य कार्रवाई की शुरुआत का फैसला लिया है. अमेरिका का लैटिन अमेरिका में सैन्य दखल के जरिए सरकारें बदलने या तख्तापलट की कोशिश करने का इतिहास रहा है, जिसे कुछ लोग अमेरिका का उपनिवेशवाद कहते हैं.

क्यूबा, डोमिनिकन रिपब्लिक, पनामा और हैती जैसे देशों में अमेरिका ने सैन्य अभियान चलाए हैं. ग्रेनाडा, होंडुरास और बोलिविया में अमेरिका पर तख्तापलट कराने के आरोप भी लग चुके हैं.

राजनीति शास्त्र के जानकार अमेरिका की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से करते रहे हैं. उनका मानना है कि ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्वतंत्र होकर बना अमेरिका खुद उपनिवेशवाद की नीति पर चलने लगा है.

विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप जिस तरह चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग हर स्थिति में अपना फायदा ढूंढते हैं, उसी तरह वेनेजुएला के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का ऐलान करके उन्होंने जिनपिंग के साथ अपनी विस्तारवाद की समानता को जाहिर कर दिया है.

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को थप्पड़! जनसुनवाई में हंगामा

Story 1

डिंपल भाभी पर फिदा हुईं स्वरा भास्कर, इंटरनेट पर मचा कोहराम!

Story 1

संसद में भारी हंगामा: विपक्षी सांसदों ने फाड़े बिल, अमित शाह पर फेंके कागज

Story 1

प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री को हटाने वाले बिल पर विपक्ष का तीखा वार, ममता ने बताया सुपर आपातकाल

Story 1

माइक चालू! बैठक से पहले नेताओं की अनौपचारिक बातचीत रिकॉर्ड

Story 1

शादी में दूल्हे का मस्तमौला डांस देख दुल्हन ने निकाली चप्पल, मच गया बवाल!

Story 1

अहमदाबाद: स्कूल में 10वीं के छात्र की हत्या, आक्रोशित भीड़ ने मचाया तांडव

Story 1

लंदन में तिरंगे के लिए भिड़ीं भारतीय लड़कियां, पाकिस्तानी हुए बेदम!

Story 1

हमले के बाद सदमे में दिल्ली सीएम, सिर में लगी चोट!

Story 1

दिल्ली की CM रेखा गुप्ता पर हमला: AAP ने कहा, लोकतंत्र में हिंसा अस्वीकार्य!