समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग के उस दावे पर पलटवार किया है, जिसमें आयोग ने कहा था कि उसे सपा द्वारा जमा किए गए शपथपत्र प्राप्त नहीं हुए हैं।
सपा ने चुनाव आयोग को चुनौती दी है कि वह अपने कार्यालय द्वारा दी गई पावती को जांचे, जो उनके शपथपत्रों की प्राप्ति का प्रमाण है।
सपा ने निर्वाचन आयोग से यह भी मांग की है कि वह शपथपत्र देकर इस बात की पुष्टि करे कि आयोग द्वारा भेजी गई डिजिटल रसीद सही है।
पार्टी ने चेतावनी दी कि ऐसा न होने पर न केवल निर्वाचन आयोग, बल्कि डिजिटल इंडिया पहल भी संदेह के घेरे में आ जाएगी।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा कि चुनाव आयोग को उनके कार्यालय द्वारा दी गई पावती देखनी चाहिए, जो शपथपत्रों की प्राप्ति का प्रमाण है।
सपा ने कहा कि इस बार वे मांग करते हैं कि चुनाव आयोग शपथपत्र दे कि जो डिजिटल रसीद उन्हें भेजी गई है वह सही है। ऐसा न होने पर चुनाव आयोग के साथ-साथ डिजिटल इंडिया भी संदेह के घेरे में आ जाएगा।
सपा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भी निशाना साधते हुए कहा, भाजपा जाए तो सत्यता आए! यह बयान सपा की ओर से आयोग की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर उठाए गए सवालों को और गहरा करता है।
सपा ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि उनके द्वारा जमा किए गए शपथपत्रों की पावती आयोग के कार्यालय से प्राप्त हुई थी। उन्होंने पूछा कि यदि आयोग को शपथपत्र नहीं मिले, तो डिजिटल रसीद की वैधता पर सवाल क्यों नहीं उठाया जा रहा?
सपा ने इस मुद्दे को डिजिटल इंडिया पहल से जोड़ते हुए कहा कि यदि डिजिटल रसीदों की विश्वसनीयता पर संदेह उठता है, तो यह केंद्र सरकार की डिजिटल पहल की साख को भी प्रभावित करेगा।
सपा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह इस मामले में पूरी तरह से पारदर्शिता बरते और शपथपत्रों की प्राप्ति से संबंधित सभी दस्तावेजों को सार्वजनिक करे। पार्टी ने यह भी कहा कि आयोग को अपनी प्रक्रियाओं की निष्पक्षता को साबित करने के लिए स्वयं शपथपत्र दाखिल करना चाहिए।
सपा का यह कदम उत्तर प्रदेश में चल रहे राजनीतिक विवादों को और तीखा कर सकता है, खासकर जब विपक्षी दल पहले ही आयोग पर पक्षपात के आरोप लगा रहे हैं।
जो चुनाव आयोग ये कह रहा है कि हमें यूपी में समाजवादी पार्टी द्वारा दिये गये ऐफ़िडेविट नहीं मिले हैं, वो हमारे शपथपत्रों की प्राप्ति के प्रमाण स्वरूप दी गयी अपने कार्यालय की पावती को देख ले। इस बार हम मांग करते हैं कि चुनाव आयोग शपथपत्र दे कि ये जो डिजिटल रसीद हमको भेजी गयी है वो… pic.twitter.com/9A4njvF9Tw
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 17, 2025
IPL नीलामी में अनसोल्ड, अब 31 गेंदों में ठोके 95 रन!
वोट चोरी शब्द गलत, चुनाव आयोग सभी दलों के लिए समान: CEC का जवाब
ट्रंप नोबेल पुरस्कार के लिए इतने बेताब क्यों? ये हैं 5 बड़े कारण
उपराष्ट्रपति चुनाव: सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी से कांग्रेस में हलचल, INDI गठबंधन के पत्ते खुलने का इंतजार!
उपराष्ट्रपति चुनाव: राउत की शुभकामनाएँ, क्या बदलेंगे समीकरण?
ऐसा लगा जैसे BJP का कोई नेता बोल रहा हो: चुनाव आयोग के जवाब पर विपक्ष का हमला
एल्विश यादव के घर पर अंधाधुंध फायरिंग: भाऊ गैंग ने ली जिम्मेदारी, सट्टेबाजी कनेक्शन का संदेह
वायरल वीडियो: फटी रह जाएंगी आंखें! इस कुत्ते का कारनामा कर देगा हैरान
महाराष्ट्र में बारिश का कहर: रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी, कई जिलों में बाढ़ का खतरा!
महिला टीचर की निर्मम हत्या से बवाल, पांच दिन बाद भी आरोपी फरार, सड़कों पर उतरे लोग