ऐसा लगा जैसे BJP का कोई नेता बोल रहा हो: चुनाव आयोग के जवाब पर विपक्ष का हमला
News Image

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार द्वारा रविवार को विपक्ष के वोट चोरी के आरोपों पर दिए गए जवाब पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि ऐसा लग रहा था जैसे मुख्य चुनाव आयुक्त नहीं, बल्कि कोई बीजेपी नेता बोल रहा हो. उन्होंने सवाल उठाया कि ज्ञानेश कुमार ने महादेवपुरा में उजागर किए गए 1 लाख मतदाताओं के बारे में कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी.

खेड़ा ने सीसीटीवी फुटेज देने में गोपनीयता के मुद्दे पर भी चुनाव आयोग को घेरा. उन्होंने पूछा कि जब फुटेज किसी के साथ साझा नहीं करनी है, तो फिर उसे बनाते ही क्यों हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग सवालों का जवाब देने में असमर्थ है और इधर-उधर की बातें कर रहा है, जिससे कुछ छिपाने की आशंका होती है.

कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने उम्मीद की थी कि चुनाव आयोग सीसीटीवी फुटेज क्यों नहीं मुहैया करा रहा और बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर को मिली 6 लोकसभा क्षेत्रों की डिजिटल वोटर लिस्ट क्यों विपक्ष को नहीं दी जा रही, इस पर जवाब देगा.

खेड़ा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस कमाल की थी. आंख बंद करके सुनने पर ऐसा लग रहा था कि बीजेपी का कोई नेता बोल रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए विपक्ष के सवालों का जवाब देना चाहिए.

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी चुनाव आयोग पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यह पहली बार था जब नया निर्वाचन आयोग सीधे तौर पर बोल रहा था, न कि सूत्रों के जरिए. रमेश ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूची में सुधार की जिम्मेदारी राजनीतिक दलों और व्यक्तियों पर डाल दी है.

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट के उन निर्देशों का भी विरोध किया, जिनमें बिहार SIR के दौरान हटाए गए 65 लाख मतदाताओं के नामों के प्रकाशन को रोकने की मांग की गई थी.

रमेश ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने राहुल गांधी द्वारा उठाए गए किसी भी तीखे सवाल का सार्थक जवाब नहीं दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग अपनी अक्षमता के साथ-साथ अपने पक्षपात के लिए भी पूरी तरह से बेनकाब हो गया है.

आरजेडी सांसद मनोज झा ने भी चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संस्था संविधान से पैदा हुई है, संविधान नहीं है. उन्होंने कहा कि आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसी ज्वलंत सवाल का जवाब नहीं दिया गया, संविधान के नाम पर संविधान की धज्जियां नहीं उड़ाई जा सकतीं.

सीपीआई (एम) के राज्यसभा सांसद डॉ. वी. शिवदासन ने कहा कि चुनाव आयोग ने विपक्ष द्वारा उठाए गए किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया. उन्होंने चुनाव आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया पर भी चिंता जताई, जिससे संस्था की पवित्रता और स्वतंत्रता कम हो रही है.

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

भारी बारिश का अलर्ट: अगले 72 घंटों में आफत, कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी

Story 1

एक के बाद एक भारतीय मिसाइलों ने मचाई तबाही, पाकिस्तानी विशेषज्ञ ने ही किया स्वीकार

Story 1

उपराष्ट्रपति चुनाव: कौन हैं सीपी राधाकृष्णन, जिन्हें एनडीए ने बनाया उम्मीदवार?

Story 1

द बंगाल फाइल्स के ट्रेलर पर बवाल, विवेक अग्निहोत्री के आरोपों पर कोलकाता पुलिस का जवाब

Story 1

वोट चोरी शब्द गलत, चुनाव आयोग सभी दलों के लिए समान: CEC का जवाब

Story 1

मिनटों में तय होगा घंटों का सफर, दिल्ली-NCR में ट्रैफिक जाम खत्म!

Story 1

क्रिकेट जगत में शोक: 20 हजार रन और 350 विकेट लेने वाले महान ऑलराउंडर का निधन

Story 1

क्या हमें मां, बहनों का CCTV वीडियो शेयर करना चाहिए? चुनाव आयोग का राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार

Story 1

उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन एनडीए के उम्मीदवार, पीएम मोदी समेत कई नेताओं ने दी बधाई

Story 1

कौन हैं सी.पी. राधाकृष्णन, जो बनेंगे अगले उपराष्ट्रपति? जानिए उनका 40 वर्षों का राजनीतिक सफर