वोट चोरी: राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग का पलटवार, माफीनामे की मांग!
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चुनाव आयोग और विपक्षी दलों के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है, जो अब सड़क तक पहुंच चुकी है. बिहार के सासाराम से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जैसे विपक्षी नेताओं ने वोटर अधिकार यात्रा शुरू की है.

वहीं, नई दिल्ली में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष के वोट चोरी के आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने इन आरोपों को निराधार बताया और राहुल गांधी से 7 दिन के भीतर एफिडेविट देने या माफी मांगने को कहा है.

राहुल गांधी लगातार वोट चोरी के आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने बिहार के साथ-साथ महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी वोट चोरी के आरोप लगाए हैं.

बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के जरिए बिहार में चुनाव चोरी करने की साजिश रची जा रही है. उन्होंने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग बीजेपी के साथ मिलकर पूरे देश में वोट की चोरी कर रहा है.

राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में मतदाताओं की संख्या बढ़ने का हवाला दिया और आरोप लगाया कि सारे नए मतदाताओं के वोट बीजेपी को मिले. उन्होंने चुनाव आयोग पर बीजेपी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया और वोटिंग के इलेक्ट्रॉनिक डेटा की मांग की.

राहुल गांधी ने बेंगलुरु की महादेवपुरा सीट पर भी वोट धांधली के आरोप लगाए. उन्होंने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव के आंकड़ों के अनुसार, महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक वोट चोरी हुए थे.

राहुल गांधी ने सवाल किया कि चुनाव आयोग उनसे हलफनामा क्यों मांग रहा है, जबकि बीजेपी के लोगों से कोई हलफनामा नहीं मांगा गया.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का उद्देश्य मतदाता सूचियों में सभी त्रुटियों को दूर करना है. उन्होंने कहा कि कुछ दल आयोग के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे हैं .

उन्होंने विपक्ष द्वारा बिहार में एसआईआर के समय पर सवाल उठाए जाने पर कहा कि यह एक मिथक है कि एसआईआर जल्दबाजी में किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक चुनाव से पहले मतदाता सूची को सही करना निर्वाचन आयोग का कानूनी कर्तव्य है.

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं और बूथ स्तर के अधिकारी और एजेंट पारदर्शी तरीके से मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग राजनीतिक दलों के बीच भेदभाव नहीं कर सकता.

मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने कहा कि राहुल गांधी को मतदाता सूची में अनियमितताओं के अपने आरोपों पर सात दिन के भीतर शपथपत्र देना चाहिए, अन्यथा उनके वोट चोरी के दावे निराधार और अमान्य माने जाएंगे. उन्होंने महाराष्ट्र में वोट चोरी के आरोप पर पूछा कि समय रहते आपत्ति क्यों नहीं की गई?

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