थाईलैंड में 33 हजार केस, पर ब्रिटेन में मौतें ज्यादा: कोविड-19 का नया वेरिएंट JN.1, भारत के लिए कितना बड़ा खतरा?
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कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि के पीछे नया वेरिएंट JN.1 जिम्मेदार है, जो ओमिक्रोन का ही सब-वेरिएंट है। कोविड-19 ने एक बार फिर दस्तक दे दी है, और इस बार JN.1 वेरिएंट एशिया में तेजी से फैल रहा है।

हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि अब डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि शरीर में प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो चुकी है। फिर भी, दुनिया भर में बढ़ रहे मामले चिंता का विषय हैं।

थाईलैंड में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, जबकि ब्रिटेन में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। सिंगापुर में अप्रैल के अंत में 11,100 मामले थे, जो मई की शुरुआत में 14,000 से अधिक हो गए। थाईलैंड में 11 मई से 17 मई के बीच 33,030 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 6,000 अकेले बैंकॉक में थे। हांगकांग में भी चार हफ्तों में संक्रमितों की संख्या 6.21% से बढ़कर 13.6% हो गई।

ब्रिटेन में भी हालात डरावने हैं। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 2 मई को कोविड-19 से 101 लोगों की मौत हुई, जबकि जनवरी में एक सप्ताह में 111 लोगों की मौत हुई थी।

भारत में ज्यादातर मामले दक्षिणी राज्यों में मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में फिलहाल 257 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 53 मुंबई में हैं। केरल में 95 मामलों के साथ सबसे अधिक संक्रमण देखा गया है, इसके बाद तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कर्नाटक का स्थान है।

मुंबई के एक अस्पताल में हाल ही में दो मरीजों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों रोगियों को कोरोना के साथ-साथ कई गंभीर चिकित्सकीय परेशानियां थीं।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से न घबराने की अपील की है, क्योंकि शरीर में इसकी प्रतिकार शक्ति मौजूद है। फिर भी, परेशानी होने पर स्वास्थ्य विभाग या फैमिली डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है।

JN.1, ओमिक्रोन का सब-वेरिएंट है। इसके भी उप-वेरिएंट LF.7 और NB.1.8 सामने आए हैं, जिनके मामले सिंगापुर और हांगकांग में अधिक हैं। JN.1 वेरिएंट का इस्तेमाल मौजूदा कोविड-19 वैक्सीन के फॉर्मुलेशन में भी किया गया है। जानकारों का कहना है कि यह वेरिएंट पहले की अपेक्षा गंभीर नहीं है, लेकिन इसके तेजी से फैलने से चिंता बढ़ रही है।

कोरोना वायरस के इस वेरिएंट के लक्षण पहले के लक्षणों की तरह ही हैं: गला खराब, थकान, सिरदर्द और खांसी। कुछ मामलों में डायरिया या सिरदर्द भी देखने को मिल रहे हैं।

सिंगापुर और हांगकांग में बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की गई। बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि भारत में कोरोना-19 की मौजूदा स्थिति नियंत्रण में है। 19 मई तक कोविड-19 के 257 मामले हैं, जो जनसंख्या के अनुपात में बहुत कम हैं। इनमें से ज्यादातर मामले गंभीर नहीं हैं।

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक बार फिर बचाव रखने की जरूरत है। सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क पहनें, बार-बार मुंह को छूने से बचें, थोड़ी-थोड़ी देर पर हाथ धोएं, बीमार महसूस होने पर भीड़-भाड़ वाले इलाकों से दूर रहें, और वैक्सीनेशन की बूस्टर खुराक लें। संक्रमित पाए जाने पर घर पर रहें और अलग-थलग रहें।

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