भारत सरकार का तुर्की को झटका, सेलेबी एयरपोर्ट सर्विस का सिक्योरिटी क्लीयरेंस रद्द
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भारत सरकार ने तुर्की की ग्राउंड हैंडलिंग सर्विस प्रोवाइडर कंपनी सेलेबी एविएशन का सिक्योरिटी क्लियरेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है. यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में उठाया गया है.

ये फैसला ऐसे समय पर आया है जब भारत और तुर्की के रिश्तों में खटास आ गई है. तुर्की ने न केवल भारत के खिलाफ जाकर पाकिस्तान का समर्थन किया, बल्कि भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई आतंक विरोधी कार्रवाई की भी आलोचना की थी.

नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) द्वारा जारी आदेश के अनुसार सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 21 नवंबर 2022 को ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी के रूप में सुरक्षा मंजूरी दी गई थी, जिसे अब रद्द कर दिया गया है.

जिन एयरपोर्ट्स पर वर्तमान में सेलेबी एविएशन सेवाएं दे रही थी, वहां वैकल्पिक ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर अंतरिम व्यवस्थाएं की जाएंगी. जल्द ही नए सर्विस प्रोवाइडर की नियुक्ति के लिए निविदाएं जारी की जाएंगी.

सेलेबी एविएशन देश के 9 बड़े एयरपोर्ट्स जिनमें दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे संवेदनशील एयरपोर्ट शामिल हैं, उन पर ग्राउंड हैंडलिंग, कार्गो सेवा और एयरसाइड ऑपरेशन जैसे हाई सिक्योरिटी वाले कार्यों को कर रही थी.

इससे पहले शिवसेना के विधायक मुरजी पटेल ने मुख्य एयरपोर्ट ऑफिसर को पत्र लिखकर सेलेबी एविएशन की परिचालन अनुमति को रद्द करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि जब तुर्की सरकार पाकिस्तान का समर्थन कर रही है, तो उससे जुड़ी कंपनियों का भारत के अत्यंत संवेदनशील क्षेत्रों में संचालन गंभीर चिंता का विषय है.

ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी. यह कदम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में उठाया गया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी.

सेलेबी एविएशन ने सिक्योरिटी क्लियरेंस रद्द किए जाने पर बयान जारी किया है. कंपनी ने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही गलत और भ्रामक जानकारी को खारिज करते हुए खुद को पूरी तरह भारतीय कानूनों के तहत संचालित, पेशेवर और निष्पक्ष संस्था बताया है. कंपनी ने यह भी कहा कि वह किसी भी विदेशी सरकार, राजनीतिक दल या व्यक्ति से जुड़ी नहीं है.

सेलेबी ने स्पष्ट किया कि उसका स्वामित्व 65% अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के पास है, जो कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, यूएई और पश्चिमी यूरोप जैसे देशों से हैं. इसके अलावा 15% हिस्सेदारी एक डच कंपनी Alpha Airport Services BV के पास है, जबकि तुर्की के Celebioglu परिवार के दो सदस्यों के पास संयुक्त रूप से 35% हिस्सेदारी है, और वे किसी भी राजनीतिक संगठन से जुड़े नहीं हैं.

तुर्की और अज़रबैजान द्वारा पाकिस्तान का समर्थन किए जाने के बाद भारत में आमजन में भारी आक्रोश देखा जा रहा है. लोगों ने तुर्की के उत्पादों और पर्यटन का बहिष्कार करने की अपील शुरू कर दी है. EaseMyTrip, MakeMyTrip और Ixigo जैसे ट्रैवल प्लेटफॉर्म्स ने तुर्की और अज़रबैजान की यात्रा से बचने की सलाह जारी की है. Go Homestays ने तुर्की एयरलाइंस के साथ अपना करार समाप्त कर दिया है.

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