कश्मीर में आतंकियों के मददगारों (Over Ground Workers - OGW) के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों का रुख और सख्त हो गया है।
जिस तरह आतंकियों के घरों को बारूद से उड़ाया जा रहा है, उसी तरह देश के गद्दारों का भी यही हाल होना चाहिए। आम जनता में यही भावना है, खासकर उन परिवारों में जिन्होंने पहलगाम हमले में अपनों को खोया है।
कश्मीर में OGW पाकिस्तान से आने वाले आतंकियों को रहने, खाने-पीने, सुरक्षाबलों की जानकारी देने और हमले करने में मदद करते हैं। वे आतंकियों के लिए आंख और कान का काम करते हैं। इसलिए उनके साथ भी आतंकियों जैसा ही सलूक होना चाहिए।
बांदीपुरा में हुए एक एनकाउंटर में लश्कर का टॉप कमांडर अल्ताफ लल्ली मारा गया। इस ऑपरेशन में अल्ताफ का एक OGW मददगार भी मारा गया। यह पहलगाम हमले के बाद मारा गया सबसे बड़ा आतंकवादी है।
सुरक्षाबलों ने जब अल्ताफ लल्ली को घेरा, तो उसके साथ एक OGW भी मौजूद था। मुठभेड़ शुरू होने पर गोली लगने से आतंकी के साथ OGW भी मारा गया। हैरानी की बात है कि एक टॉप आतंकी के साथ OGW क्या कर रहा था। हो सकता है कि उसने ही आतंकी अल्ताफ लल्ली को वहां छिपाकर रखा हो। ऐसे लोग गिरफ्तार होने पर कुछ दिनों तक जेल में रहते हैं और बाहर निकलने के बाद फिर से देश के साथ गद्दारी शुरू कर देते हैं।
कुलगाम के तंगमर्ग में पाकिस्तानी आतंकियों के छिपने की जगह पर गैस सिलेंडर, चूल्हा, प्रेशर कुकर और राशन मिला। यह सब किसी OGW ने ही आतंकियों तक पहुंचाया होगा। जैसे पाकिस्तान की मदद से आतंकवादियों का नेटवर्क चलता है, वैसा ही एक नेटवर्क OGW का भी है।
OGW आतंकियों की A से Z तक मदद करते हैं। वे आतंकियों की घुसपैठ कराते हैं, उन्हें सुरक्षित जगह पर ठहराते हैं, खाना-पानी पहुंचाते हैं, पैसों और कपड़ों का इंतजाम करते हैं। किसी आतंकी हमले की तैयारी में भी OGW की भूमिका अहम होती है।
वे आतंकियों को सुरक्षाबलों की जानकारी देते हैं, उन्हें हमले की जगह तक पहुंचाते हैं और हमले के बाद सुरक्षित रास्ते से निकालकर अपने सेफ हाउस तक ले जाते हैं। यह सारा काम OGW का नेटवर्क करता है, जो किसी आतंकी संगठन से भी ज्यादा खतरनाक है।
पहलगाम हमले को लेकर भी खबरें हैं कि वहां रेकी का काम किसी OGW ने किया था, क्योंकि उस पिकनिक स्पॉट को कुछ दिनों पहले ही खोला गया था। टूरिज्म से कश्मीर के स्थानीय लोगों की कमाई होती है, लेकिन कुछ OGW ने कश्मीरियों के रोजगार पर चोट की और टूरिस्ट को निशाना बनाया।
पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोष लोगों की जान ले ली। कुछ गद्दार OGW भारत का नमक खाते हैं, लेकिन मदद पाकिस्तान की करते हैं। उन्हें पकड़ने के लिए कश्मीर में नॉनस्टॉप ऑपरेशन चल रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, कश्मीर के 10 जिलों में 3500 OGW एक्टिव हैं। यही कश्मीर में आतंकवादियों को लोकल सपोर्ट देने वाला गिरोह है। पहलगाम हमले के बाद 2000 से ज्यादा आतंकियों के मददगारों को हिरासत में लिया गया है। सिर्फ पहलगाम में ही 250 आतंकियों के मददगार हैं जिनसे पूछताछ चल रही है और 7 गिरफ्तार हो चुके हैं।
पिछले कुछ वर्षों में OGW की गिरफ्तारी के बाद 195 टेरर मॉड्यूल और आतंकियों के छिपने के 35 ठिकानों का पता चला है। 2024 से अब तक आतंकियों के करीब 700 मददगार पकड़े गए हैं, जिनमें से कुछ को छोड़ दिया गया और कई अभी भी कस्टडी में हैं। इन्हीं OGW की मदद से जम्मू और कश्मीर में इस समय 138 विदेशी और लोकल टेररिस्ट ऑपरेट कर रहे हैं।
कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन All Out शुरू किया गया था, जिसके बाद वहां आतंकियों की संख्या में तेजी से कमी आई थी। अब वैसा ही ऑपरेशन आतंकियों के मददगारों के खिलाफ भी चल रहा है। कश्मीरी भी पाकिस्तान के खिलाफ भारत के सुरक्षाबलों का साथ दे रहे हैं।
*#DNAWithRahulSinha | कश्मीर की महिला ने पाकिस्तानी को पूरी दुनिया के सामने लताड़ा!#KillGaddar पर अपनी राय दीजिए#DNA #PahalgamTerroristAttack @RahulSinhaTV pic.twitter.com/7RiyJ4ShwC
— Zee News (@ZeeNews) April 25, 2025
लंदन में पाकिस्तानी अधिकारी की शर्मनाक हरकत: पहलगाम हमले के प्रदर्शनकारियों को गला काटने का इशारा
एसी को 18 डिग्री पर चलाना: ठंडक नहीं, कूड़े का ढेर!
पहलगाम हमले पर अबू आजमी का तीखा बयान, कहा - आतंकवादियों को गोली मार दो, वो मुसलमान नहीं
पहलगाम हमले के बाद सुरक्षाबलों का प्रचंड प्रहार: आतंकियों के घर जमींदोज!
पहलगाम हमले पर आतंकी की जगह उग्रवादी शब्द के इस्तेमाल पर विवाद
पहलगाम हमले पर देश भर में आक्रोश, राहुल गांधी और ओवैसी कैंडल मार्च में शामिल
आतंक के आका तो मरेंगे, मददगार भी कब्र में जाएंगे!
हमें तो कहते हैं पास हो जाओ... और खुद! पिता की मार्कशीट देख बेटे का मजेदार रिएक्शन
हम कभी भी सिंधु जल संधि के पक्ष में नहीं रहे : उमर अब्दुल्ला का बड़ा बयान
बलूचिस्तान में भीषण विस्फोट: BLA का दावा, मार गिराए 10 पाकिस्तानी सैनिक