पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर गुरुवार को सर्वदलीय बैठक हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक की अध्यक्षता की, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने राजनीतिक दलों को घटनाक्रम की जानकारी दी।
गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में स्वीकार किया कि हमले में चूक हुई है। उन्होंने कहा कि अगर कोई चूक न होती तो बैठक की आवश्यकता ही नहीं होती।
लगभग सभी राजनीतिक दलों ने खुफिया विभाग की नाकामी और सुरक्षा व्यवस्था में कमी को उठाया। राहुल गांधी ने सवाल किया कि घटनास्थल पर सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं थे?
सरकार की ओर से बताया गया कि आम तौर पर यह रास्ता जून में अमरनाथ यात्रा शुरू होने पर ही खोला जाता है, क्योंकि यात्री यहां विश्राम करते हैं। इस बार स्थानीय टूर ऑपरेटरों ने बिना सूचना दिए पर्यटकों की बुकिंग शुरू कर दी और 20 अप्रैल से पर्यटकों को ले जाना शुरू कर दिया। स्थानीय अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं थी, इसलिए वहां सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी क्योंकि यह हर साल जून में, अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले की जाती है।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि घटना कैसे हुई और कहां चूक हुई।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि सभी दल इस बात पर सहमत हैं कि भारत को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना चाहिए। भारत ने पहले भी आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और आगे भी करेगा।
खुफिया ब्यूरो (आईबी) और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने घटना की जानकारी दी। सभी दलों ने कहा कि वे आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार के साथ हैं और सरकार जो भी कदम उठाएगी, उसका समर्थन करेंगे। बैठक सकारात्मक माहौल में समाप्त हुई।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि ऐसी महत्वपूर्ण बैठक में प्रधानमंत्री मोदी का मौजूद रहना ज़रूरी था, क्योंकि अंतिम फैसला उन्हीं का होता है। उन्होंने पूछा कि तीन स्तरीय सुरक्षा के बावजूद चूक कैसे हुई।
खरगे ने कहा कि यह सुरक्षा में चूक है और सरकार ने आतंकी हमले के जवाब में तुरंत कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे देश के हित में सरकार के फैसले का समर्थन करेंगे और इस घटना की निंदा करते हैं। उन्होंने यह संदेश दिया कि देश एकजुट है।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि केंद्र सरकार उन देशों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है जो आतंकी समूहों को पनाह देते हैं। उन्होंने पूछा कि सीआरपीएफ को बैसरन मैदान में क्यों नहीं तैनात किया गया? त्वरित प्रतिक्रिया दल को वहां पहुंचने में इतना समय क्यों लगा और उन्होंने लोगों का धर्म पूछकर उन्हें क्यों मारा? उन्होंने कश्मीरी नागरिकों और छात्रों के खिलाफ झूठे प्रचार को रोकने की मांग की।
ओवैसी ने कहा कि वह आतंकवादियों द्वारा लोगों का धर्म पूछकर हत्या करने की निंदा करते हैं। उन्होंने सिंधु जल संधि को निलंबित करने को एक अच्छा कदम बताया, लेकिन पूछा कि पानी कहां रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार के हर फैसले का समर्थन करेगी और यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है।
बैठक में, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक ने 15 मिनट का प्रेजेंटेशन दिया।
#WATCH | Delhi: After the all-party meeting, Union Minister Kiren Rijiju says, ...Everyone has agreed that India should fight against terrorism unitedly. India has taken strong action against terrorism in the past and will continue to do so. This has been discussed in the… pic.twitter.com/KpL25kFDoN
— ANI (@ANI) April 24, 2025
आगरा में नाम पूछकर युवक की गोली मारकर हत्या, आरोपी ने वीडियो जारी कर ली जिम्मेदारी
आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया: पहलगाम हमले पर पीएम मोदी का कड़ा संदेश
सर्वदलीय बैठक में अनदेखी से नाराज़ ओवैसी, गृह मंत्री का आया फ़ोन, बोले- देर हो रही है, तुरंत आइए!
जसप्रीत बुमराह का SRH के खिलाफ धमाका: टी20 में 300 विकेट लेकर रचा इतिहास!
28 भारतीयों की मौत का जश्न! दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में केक काटकर मनाया गया आतंकी हमला
राहुल गांधी का PM मोदी को फुल सपोर्ट, कहा - पहलगाम हमले का बदला ले सरकार, हम साथ हैं!
पहलगाम आतंकी हमला: अंबानी ने कहा, आतंकवाद मानवता का दुश्मन, घायलों के लिए मुफ्त इलाज का प्रस्ताव
पीएम मोदी का मोसाद स्टाइल इशारा: आतंकियों को चुन-चुन कर मारेंगे?
राष्ट्रपति मुर्मू को शाह और जयशंकर ने दी पहलगाम हमले की जानकारी
भारत के ताबड़तोड़ एक्शन से पाकिस्तान में खलबली, क्या बन रहा बर्बादी का प्लान ?