अखिलेश यादव को गोली मारने की धमकी! करणी सेना के मंच से खुलेआम गुंडागर्दी
News Image

आगरा में करणी सेना के एक सम्मेलन के दौरान एक व्यक्ति ने कैमरे के सामने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गोली मारने की धमकी दी है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ताओं में आक्रोश है और एफआईआर दर्ज करने की मांग तेज हो गई है।

आगरा जिले में करणी सेना द्वारा आयोजित एक स्थानीय सम्मेलन में, एक व्यक्ति कैमरे के सामने कहता है, अगर हिम्मत है तो अखिलेश यादव आकर मेरे सामने बोले, गोली मार दूंगा! इस वीडियो के वायरल होते ही समाजवादी पार्टी के समर्थकों में उबाल आ गया और सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई।

वीडियो में दिख रहा व्यक्ति करणी सेना की वेशभूषा में है और पत्रकार के सवालों के जवाब में अखिलेश यादव को निशाना बना रहा है। उसका कहना है कि सपा प्रमुख हिंदू विरोधी हैं और उन्हें सबक सिखाना जरूरी है।

समाजवादी पार्टी ने इस वीडियो को बेहद गंभीर बताते हुए कहा है कि इस पर तत्काल एफआईआर दर्ज होनी चाहिए और आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। सपा नेता राम गोविंद चौधरी ने कहा, अखिलेश यादव को धमकी देना पूरे लोकतंत्र को चुनौती देना है। सरकार को यह तय करना होगा कि वो संविधान के साथ है या इन तत्वों के साथ।

अभी तक बीजेपी की तरफ से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने आंतरिक स्तर पर मामले को गंभीरता से लिया है।

आगरा पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वायरल वीडियो का फॉरेंसिक परीक्षण कराया जा रहा है। यदि यह वीडियो सत्य पाया गया, तो संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा।

करणी सेना की स्थानीय इकाई ने इस बयान से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि यह किसी व्यक्ति विशेष का निजी विचार हो सकता है, संगठन का इससे कोई संबंध नहीं है।

वीडियो वायरल होते ही Twitter, Facebook और YouTube पर भारी प्रतिक्रिया देखने को मिली। हजारों लोगों ने इस पर कड़ी निंदा की और पुलिस से कार्रवाई की मांग की।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अखिलेश यादव एक मजबूत विपक्षी नेता हैं, और इस धमकी को सामान्य राजनीतिक बयान नहीं माना जा सकता। इस घटना से उत्तर प्रदेश की सियासत में नया मोड़ आ सकता है।

उत्तर प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह मामला राजनीतिक रूप से और भी संवेदनशील बन जाता है। अगर सरकार ने इस मामले में ढील बरती, तो विपक्ष इसे एक बड़ा मुद्दा बना सकता है।

इस पूरे घटनाक्रम ने न सिर्फ अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी साफ किया है कि सोशल मीडिया के दौर में किसी भी बयान का असर तत्काल और गहरा होता है।

सरकार को चाहिए कि वीडियो की सत्यता की पुष्टि के बाद कड़ी कानूनी कार्रवाई करे, करणी सेना से जवाब-तलब करे, विपक्षी नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे और ऐसे आयोजनों में मॉनिटरिंग बढ़ाए।

*

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

आईपीएल मैच में हार्दिक पंड्या का बल्ला क्यों चेक करने लगे अंपायर?

Story 1

कौशांबी: प्यार में हदें पार, भांजे ने मामी के लिए मामा को मौत के घाट उतारा, पहले भी दो बार भागा था

Story 1

न्यूयॉर्क में मनेगा अंबेडकर दिवस : मेयर ने की ऐतिहासिक घोषणा, भारतीयों के लिए गर्व का पल

Story 1

आधी रात को लड़की का धमाका: प्रेग्नेंट हूं! सुनकर आशिक के उड़े होश, वायरल वीडियो

Story 1

मुर्शिदाबाद हिंसा: क्या ममता सरकार का झुकाव पीड़ितों के बजाय हमलावरों की ओर है?

Story 1

गुना में बवाल: विरोध प्रदर्शन पर पुलिस का लाठीचार्ज, 17 गिरफ्तार

Story 1

चरक पूजा पर हमला: सिलीगुड़ी में मुस्लिम भीड़ का उत्पात, साधु भी नहीं बचे

Story 1

रोहित शर्मा को कप्तान बनाओ : नीता अंबानी से फैन की गुहार, मिला ये जवाब!

Story 1

दहेज में गाड़ियां ही गाड़ियां: दूल्हे के देवर, ससुर और नन्दोई भी मालामाल!

Story 1

हजारीबाग में मूर्ति विसर्जन जुलूस पर पथराव, तनावपूर्ण माहौल