मुर्शिदाबाद के झाऊबोना से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां हिंदुओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया जा रहा है। भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने दावा किया है कि इस्लामी भीड़ ने हिंदुओं के खेतों में आग लगा दी और दुकानों को लूट लिया।
मजूमदार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरें और वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के शासन में हिंदुओं पर यह एक और भयानक हमला है। उन्होंने दावा किया कि मोथाबारी में उत्पात मचाने के बाद, जिहादी भीड़ ने झाऊबोना, नौदा में आतंक फैलाया।
भाजपा नेता के अनुसार, अंधेरे की आड़ में, भीड़ ने जानबूझकर हिंदुओं के पान के खेतों में आग लगा दी और झाऊबोना और त्रिमोहिनी बाजार में दुकानों को लूटा। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्दोष हिंदुओं पर हिंसक हमले किए गए।
मजूमदार ने इस्लामी भीड़ के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की और कहा कि बंगाल में हिंदू दोयम दर्जे के नागरिक बनकर रह गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया, जिससे बंगाल के हिंदुओं के जीवन खतरे में पड़ गए हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू डरते नहीं हैं और पूरा समुदाय इस उत्पीड़न के खिलाफ एकजुट हो रहा है।
इस मामले में बंगाल पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि शांति और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सांप्रदायिक विवाद को बढ़ावा देने वाले और अफवाह फैलाने वालों से कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा। पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों पर ध्यान न देने और शांत रहने की अपील की है।
पुलिस के अनुसार, मुर्शिदाबाद जिले के नौदा में एक अशांति हुई, जिसमें कुछ दुकानों को मामूली नुकसान पहुंचा है और तीन पान के खेतों को नुकसान पहुंचाया गया है। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया और दो विशिष्ट मामले दर्ज किए गए हैं।
यह घटनाक्रम मालदा जिले के मोथाबारी गांव में हुई हिंसा के बाद सामने आया है, जहां एक मुस्लिम भीड़ ने हिंदुओं के धार्मिक जुलूस पर हमला किया था। उस समय भी पुलिस ने अफवाहें न फैलाने की अपील की थी।
रिपोर्टों के अनुसार, 26 मार्च को मोथाबाड़ी मस्जिद में नमाज हो रही थी, तभी वहां से हिंदुओं का एक धार्मिक जुलूस गुजर रहा था। जुलूस में लोग जयकारे लगा रहे थे, जिससे कुछ मुस्लिम नाराज हो गए और उन्होंने जुलूस का विरोध किया। बाद में भीड़ उग्र हो गई और कई हिंदुओं के घरों, दुकानों और गाड़ियों में तोड़फोड़ की और उन्हें आग लगा दी।
मालदा की घटना के बाद पुलिस ने 34 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया था और एहतियात के तौर पर इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स की तीन कंपनियों को तैनात किया गया था, लेकिन ईद की नमाज और त्योहार को देखते हुए धारा 144 लागू नहीं की गई थी।
*Another horrifying attack on Hindus under Mamata Banerjee’s appeasement regime!
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) March 29, 2025
Jihadi mobs unleashed terror in Jhaubona, Naoda (Murshidabad), after the Mothabari rampage. Under the cover of darkness, they deliberately set fire to Hindu-owned betel farms, looted shops in… pic.twitter.com/zVLQZKOLmn
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