वीडियो वायरल: पति-बेटे को पीटने वाले पुलिस अफसरों को कर्नल की पत्नी ने सिखाया सबक, बोलीं थप्पड़ खाओगे या...
News Image

पंजाब के पटियाला में सेना के कर्नल और उनके बेटे पर हुए हमले का मामला गंभीर होता जा रहा है। कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ की पत्नी जसविंदर कौर बाठ ने पुलिस अधिकारियों को फटकार लगाई है।

उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलता, हम लड़ते रहेंगे। उनके पति और बेटे की बेरहमी से पिटाई के बाद भी पुलिस ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके कारण एफआईआर दर्ज करने में देरी हुई। पुलिस ने मामले को दबाने की पूरी कोशिश की।

जसविंदर कौर ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि वे अपने व्यवहार के लिए थप्पड़ खाने को तैयार रहें।

जसविंदर कौर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वे डीजी (पुलिस महानिदेशक) साहब से मिलने गए थे। उनके पास सबूत थे, लेकिन उन्हें इंतजार करने को कहा गया। डेढ़ घंटे इंतजार करने के बाद, डीजी साहब मीटिंग का बहाना बनाकर बिना सुने चले गए।

उन्होंने कहा कि वर्दी पहनने वाला हर व्यक्ति भाई अधिकारी होता है, पर यह सिर्फ हम सोचते हैं। सेना के जवानों को वह सम्मान नहीं मिल रहा जो वर्दीधारियों को मिलना चाहिए।

जसविंदर कौर ने कहा कि वह अपनी आवाज इसलिए उठा रही हैं क्योंकि उनके बेटे ने कहा कि वह इस देश में नहीं रहना चाहता, यह अब रहने लायक नहीं रहा। वह उन्हें साबित करना चाहती थीं कि न्याय मिलेगा।

इसके बाद उन्होंने गवर्नर (राज्यपाल) से मुलाकात की। कर्नल की पत्नी ने बताया कि जब उन्होंने तस्वीरें और क्रूरता दिखाई तो गवर्नर की आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने डीजीपी को फोन कर कहा कि सबके नाम के साथ एफआईआर दर्ज करना उनका अधिकार है और जो भी जरूरी हो, किया जाए। गवर्नर ने कहा कि एफआईआर दर्ज न होने पर उनसे संपर्क किया जाए।

जसविंदर कौर ने गवर्नर को धन्यवाद दिया। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से पता चला कि एसएसपी नानक सिंह ने मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने की बात कही है, लेकिन एफआईआर नहीं बदली जा सकती।

उन्होंने बताया कि जब सब लोग उनके साथ खड़े हैं, तो राजनेताओं ने उन्हें फोन करना शुरू कर दिया, लेकिन उन्होंने एक भी फोन नहीं उठाया, क्योंकि यह कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है।

कर्नल की पत्नी ने कहा कि पुलिस यह नहीं कह सकती कि वे नशे में थे, क्योंकि सरकारी अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट मौजूद है। एक पुलिस इंस्पेक्टर ने उनसे कहा कि कुछ पुलिसकर्मियों के नाम एफआईआर में नहीं जोड़े जा सकते, क्योंकि उन्हें डीआईजी द्वारा एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में सम्मानित किया गया है और उनकी पदोन्नति होने वाली है।

*

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

पत्नी के अफेयर से तंग आकर TCS मैनेजर ने लाइव फांसी लगाई

Story 1

परीक्षा में शानदार नंबर, टीचर ने किया मौत का ऐलान!

Story 1

अगर मैं व्हीलचेयर पर भी... धोनी ने संन्यास पर तोड़ी चुप्पी, फैंस को दी बड़ी खुशखबरी!

Story 1

याद रखिए योगी जी, परिवर्तन होना... भड़काऊ बयान देने पर यति नरसिंहानंद पर मामला दर्ज, फिर भी अडिग

Story 1

मुझ पर दबाव था लेकिन... , धमाकेदार जीत के बाद बोले पाटीदार, इन्हें दिया सारा क्रेडिट!

Story 1

सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया जस्टिस यशवंत वर्मा के घर का वीडियो, बोरियों में दिखे जले हुए नोट

Story 1

एक खिलाड़ी ने पलटी बाज़ी, पाकिस्तान को सीरीज में मिली करारी हार

Story 1

जस्टिस यशवंत वर्मा के घर मिले कैश का वीडियो सुप्रीम कोर्ट ने किया सार्वजनिक, जली हुई नोटों की गड्डियां दिखीं

Story 1

यूं ही नहीं कहते किंग...विराट कोहली ने IPL में रचा इतिहास!

Story 1

सैमसंग गैलेक्सी S25 एज अगले महीने भारत में हो सकता है लॉन्च, जानिए संभावित कीमत