सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी के बाद अब क्या? घर कब जाएंगे?
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भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर नौ महीने बाद धरती पर लौट आए हैं। दोनों अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर आठ दिन के अंतरिक्ष मिशन के लिए गए थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण वे नौ महीने तक वहीं फंसे रहे।

अंततः, नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 19 मार्च, 2025 को सुबह साढ़े तीन बजे धरती पर वापस आ गए। उन्हें अंतरिक्ष से ड्रैगन एयरक्राफ्ट धरती पर लेकर आया है।

नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल पर एक आठ दिन के परीक्षण मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गए थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण वे वहीं फंसे रहे। उन्हें अंतरिक्ष से वापस लाने के लिए स्पेसएक्स का ड्रैगन एयरक्राफ्ट भेजा गया था। क्रू-10 के अंतरिक्ष वैज्ञानिक इन दोनों को अपने साथ लेकर लौटे हैं।

सुनीता विलियम्स मुस्कुराती हुई कैप्सूल से बाहर निकलीं। बुधवार को तड़के फ्लोरिडा के निकट स्थित समुद्र में ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट की सफल लैंडिंग हुई। स्प्लैशडाउन के बाद सुनीता विलियम्स और बुच कैप्सूल से बाहर निकले। दोनों जब कैप्सूल से बाहर आए तो मुस्कुराते हुए हाथ हिलाते हुए नजर आए।

लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के कारण दोनों ही अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर लौटने पर गुरुत्वाकर्षण के कारण तालमेल बिठाना मुश्किल हो रहा था। इतना ही नहीं, बेबी फीट डेवलप होने के कारण वे चल भी नहीं पा रहे थे, जिसके कारण अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने उन्हें उठाकर स्ट्रेचर पर बैठाकर बाहर निकाला।

कैप्सूल से निकलने के बाद सुनीता विलियम्स और बुच को स्ट्रेचर पर स्पेसएक्स के रिकवरी शिप में ले जाया गया, जहां उनकी हेल्थ चेकअप हुई। इसके बाद उन्हें ह्यूस्टन ले जाया जाएगा, जहां फ्लाइट सर्जन उनकी मेडिकल जांच करेंगे और कुछ दिनों तक, यानी उनके सामान्य होने तक, एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम उन पर नजर रखेगी।

नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने आश्वस्त किया कि धरती पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स समेत क्रू 9 और क्रू 10 के सभी अंतरिक्ष यात्री पूरी तरह सुरक्षित और स्वस्थ हैं। उन्होंने पुष्टि की कि सुनीता विलियम्स समेत उनके साथ लौटे अंतरिक्ष यात्री रिकवरी शिप पर हैं, जहां उनकी मेडिकली जांच हो रही है। इसके बाद इन सभी को ह्यूस्टन ले जाया जाएगा, जहां और विस्तृत रूप से स्वास्थ्य की जांच और सभी टेस्ट होंगे और मिशन डिब्रीफिंग होगी।

लंबे समय तक स्पेस में रहने के कारण अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर लौटने पर गुरुत्वाकर्षण से तालमेल बैठाने में समय लगता है। इसके अलावा, स्पेस में रहने के कारण हड्डियां सिकुड़ जाती हैं, पैर के तलवे नरम हो जाते हैं जिन्हें बेबी फीट कहा जाता है, जिस कारण उन्हें कुछ दिन जमीन पर सामान्य इंसान की तरह चलने में दिक्कत होगी। ह्यूस्टन में रिकवरी के बाद डॉक्टरों की परमीशन मिलने के बाद सुनीता विलियम्स और बुच अपने घर जा सकेंगे।

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