अंबिकापुर, छत्तीसगढ़ स्थित दरगाह शरीफ तकिया मजार को ग्राम पंचायत ने अंजुमन कमेटी के कब्जे से मुक्त करा लिया है। यह फैसला ग्राम पंचायत और अंजुमन कमेटी के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद के बाद लिया गया है।
विवाद का मुख्य कारण तकिया मजार और काली मंदिर के रख-रखाव का खर्च था, जो ग्राम पंचायत के मद से किया जा रहा था। ग्राम पंचायत का आरोप है कि अंजुमन कमेटी मजार पर अपना मालिकाना हक जता रही थी।
कमेटी पर मजार और मंदिर के चढ़ावे के पैसों का हिसाब न देने का भी आरोप है। कमेटी ने कलेक्टर को ऑडिट रिपोर्ट भी नहीं सौंपी थी, जिसका ग्राम पंचायत लंबे समय से विरोध कर रही थी।
मंगलवार को ग्राम पंचायत ने ग्राम सभा बुलाई और तकिया मजार को अंजुमन कमेटी से मुक्त कराने का प्रस्ताव रखा। ग्रामवासियों की सहमति से यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हो गया।
प्रस्ताव पारित होने के बाद दरगाह शरीफ तकिया मजार को ग्राम पंचायत ने अपने अधिकार में ले लिया। इस दौरान माहौल काफी गहमागहमी भरा रहा, जिसे देखते हुए मौके पर पुलिस बल भी मौजूद था। पुलिस की देख-रेख में यह कार्यवाही पूरी हुई।
*अंबिकापुर स्थित दरगाह शरीफ तकिया मजार को ग्राम पंचायत ने अंजुमन कमेटी के कब्जे से मुक्त करा लिया है। मंदिर और मजार के चढ़ावे के पैसों का हिसाब नहीं देने के कारण यह फैसला लिया गया. @SurgujaDist #Chhattisgarh pic.twitter.com/j49636dYx9
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) March 18, 2025
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