बिहार चुनाव: महागठबंधन ने तेजस्वी को CM चेहरा घोषित किया, 11 सीटों पर दोस्ताना लड़ाई अभी भी जारी
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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले, विपक्षी महागठबंधन ने एकजुटता दिखाते हुए RJD नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया है। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है।

यह घोषणा महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुई, जिसमें राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल थे। हालांकि, सीट बंटवारे को लेकर गठबंधन के भीतर 11 सीटों पर अभी भी दोस्ताना लड़ाई जारी है, जिससे एकता पर सवाल उठ रहे हैं।

महागठबंधन में RJD, कांग्रेस, VIP और वाम दलों के नेता शामिल थे। अशोक गहलोत ने कहा, हम सबने मिलकर फैसला किया है कि इन चुनावों में तेजस्वी यादव को सीएम फेस के रूप में समर्थन देंगे। उन्होंने मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम फेस बताते हुए कहा कि अन्य जातियों के नेताओं को भी डिप्टी सीएम बनाया जाएगा।

गहलोत ने स्पष्ट किया कि गठबंधन में कोई बड़ा विवाद नहीं है। 243 सीटों में से कुछ पर विवाद होना सामान्य बात है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने NDA पर निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन ने तो सीएम का चेहरा घोषित कर दिया, लेकिन NDA की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन है, यह अब तक साफ नहीं है। उन्होंने बीजेपी पर नीतीश कुमार के साथ छल करने का आरोप लगाया।

तेजस्वी की चुनौती पर JDU के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि बिहार में सीएम पद पर कोई वैकेंसी नहीं है और 2030 तक नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री रहेंगे। बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने RJD के सामने सरेंडर कर दिया है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस से एक नया विवाद भी पैदा हो गया, क्योंकि मंच पर तेजस्वी के अलावा किसी की फोटो नहीं लगी थी, जिससे कांग्रेस समर्थक नाराज हो गए। पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में महागठबंधन के लिए माहौल बनाया था, लेकिन उनकी तस्वीर भी नहीं लगाई गई।

चिराग पासवान ने कहा कि तेजस्वी का अहंकार सामने आ गया है। उन्होंने सहयोगी दलों के नेताओं की फोटो भी नहीं लगाई।

बुधवार तक 14 सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार आमने-सामने थे, जिनमें से 3 सीटों पर पर्चे वापस लिए गए। अभी भी 11 सीटों पर फ्रेंडली फाइट बरकरार है। इनमें कहलगांव, गौड़ाबौराम, बिहारशरीफ और अन्य सीटें शामिल हैं।

लालू यादव के मना करने के बावजूद कई नेता महागठबंधन के प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में डटे हैं। प्रशांत किशोर ने भी कहा कि महागठबंधन के झगड़े खुद उनकी हार का कारण बनेंगे।

दूसरी तरफ, NDA में सीटों पर कोई झगड़ा नहीं दिखा। नीतीश कुमार ने रैलियां कीं और अपने कामों पर फोकस किया। उन्होंने कहा कि 20 साल में बिहार की तस्वीर बदल दी है। एनडीए को एंटी-इनकंबेंसी का फायदा मिल सकता है। शुक्रवार से एनडीए का कैंपेन तेज होगा।

पीएम मोदी बिहार आ रहे हैं, जबकि गृह मंत्री अमित शाह भी रैलियां करेंगे। गुरुवार को पीएम मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विपक्षी गठबंधन पर निशाना भी साधा था।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि महागठबंधन में सब दुरुस्त होने में कुछ ज्यादा ही वक्त लग गया। दो महीने पहले तेजस्वी मजबूत दिख रहे थे, लेकिन सीट बंटवारे पर विवाद हो गया। अब उनका कैंपेन कल से शुरू होगा।

बिहार की 243 सीटों पर पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का 11 नवंबर को होगा। नतीजे 14 नवंबर को आएंगे।

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