भारत की गोद में तालिबान कहने पर काबुल भड़का, दिल्ली से रिश्ते और मजबूत करेगा
News Image

अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब ने पाकिस्तान के उस आरोप को सिरे से नकार दिया है, जिसमें कहा गया था कि सीमा पर जारी झड़पों के पीछे भारत का हाथ है। याकूब ने पाकिस्तान के आरोपों को निराधार, तर्कहीन और अस्वीकार्य बताया है।

तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे याकूब ने कहा कि काबुल अपनी नीति अपने राष्ट्रीय हितों के हिसाब से तय करता है और भारत के साथ रिश्ते मजबूत करने के लिए तैयार है। उन्होंने अल जजीरा से बातचीत में कहा कि उनकी नीति किसी भी देश के खिलाफ अपने क्षेत्र का इस्तेमाल करने की नहीं रही है।

याकूब ने कहा कि उनका देश पाकिस्तान से रिश्ते तोड़ना नहीं चाहता, बल्कि अच्छे पड़ोसी के तौर पर संबंध बनाए रखना चाहता है। उन्होंने कहा, हमारा उद्देश्य तनाव बढ़ाना नहीं, बल्कि संबंधों को आगे बढ़ाना है। पाकिस्तान के आरोप निराधार, अतार्किक और अस्वीकार्य हैं।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच शांति समझौता तभी टिकेगा जब एक-दूसरे की सीमाओं का सम्मान किया जाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि कतर और तुर्की इस समझौते की निगरानी कर सकते हैं और इसे कारगर बनाने के लिए योजना बनाने में मदद कर सकते हैं।

11 अक्टूबर को अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर हिंसा भड़क गई थी। इससे पहले काबुल में धमाके हुए थे, जब तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत यात्रा पर गए थे। तालिबान ने पाकिस्तान से लगी दक्षिणी सीमा पर हमला किया, जिसके बाद इस्लामाबाद ने सख्त कार्रवाई का एलान किया।

पाकिस्तान का आरोप है कि अफगान तालिबान, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) जैसे आतंकी संगठनों को पनाह दे रहा है। लेकिन तालिबान सरकार इस आरोप को बार-बार झूठा कहती रही है। उसका कहना है कि संघर्ष की शुरुआत पाकिस्तान ने की थी, जब उसने अफगान क्षेत्र पर हवाई हमले किए।

इन झड़पों का सबसे ज्यादा असर आम नागरिकों पर पड़ा है। लोग सीमावर्ती इलाकों से पलायन कर रहे हैं, तोरखम और चमन बॉर्डर बंद हैं और रोजमर्रा की आवाजाही व व्यापार रुक गया है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आरोप लगाया था कि अफगानिस्तान की तालिबान सरकार भारत की गोद में बैठी है और भारत छिप करके युद्ध लड़ रही है।

भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपों को तुरंत खारिज कर दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता है, अपनी नाकामी के लिए पड़ोसियों को दोष देना उसकी पुरानी आदत है, और पाकिस्तान इसलिए परेशान है क्योंकि अफगानिस्तान अब अपने फैसले खुद ले रहा है।

उन्होंने कहा कि भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता, अखंडता और स्वतंत्रता का सम्मान करता है और उसी के साथ खड़ा रहेगा। भारत ने अभी तक तालिबान सरकार को आधिकारिक मान्यता नहीं दी है, लेकिन दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के अधिकारी बातचीत करते रहे हैं। नई दिल्ली फिलहाल सावधानी से दोस्ती की नीति पर चल रही है।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

नीरज चोपड़ा बने लेफ्टिनेंट कर्नल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी मानद उपाधि

Story 1

शरीर में हड्डियां हैं या रबर? युवक ने कंधों पर पैर रखकर हाथों से चला!

Story 1

आसिफ अफरीदी ने रचा इतिहास, 148 साल में पहली बार हुआ ऐसा!

Story 1

नीरज चोपड़ा बने लेफ्टिनेंट कर्नल, रक्षा मंत्री ने दी मानद उपाधि

Story 1

नोएडा: होटल की बालकनी में महिला को अश्लील इशारे, लाठी-डंडों से हंगामा!

Story 1

वायरल तस्वीर का सच: क्या मैथिली ठाकुर के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे चिन्मयानंद और धाकड़?

Story 1

रूसी परमाणु अभ्यास: पुतिन के नेतृत्व में ICBM परीक्षण से विश्व में खलबली

Story 1

मथुरा में मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतरे, दिल्ली-आगरा रूट पर ट्रेनों का आवागमन ठप

Story 1

ऑनलाइन कर जल्दी, निकाल: ट्रेन में किन्नर की जबरन वसूली, वीडियो वायरल

Story 1

कीचड़ में मंत्री, हाथों में फावड़ा: छठ पूजा से पहले घाट की सफाई में जुटे सिरसा