किसानों की बल्ले-बल्ले! ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय झींगे पर हटाया आयात प्रतिबंध
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नई दिल्ली। भारत के समुद्री खाद्य क्षेत्र के लिए अच्छी खबर है। ऑस्ट्रेलिया ने बिना छिलके वाले भारतीय झींगों के आयात को मंजूरी दे दी है। बीमारी से जुड़ी रोकथाम को लेकर सालों से चला आ रहा प्रतिबंध अब समाप्त हो रहा है।

यह घोषणा उद्योग मंत्री नारा लोकेश की ऑस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान हुई। वे वहां सरकारी अधिकारियों, निवेशकों और समुद्री खाद्य व्यापार प्रतिनिधियों से मिल रहे हैं।

ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेपों में सफेद दाग वाले वायरस के पता चलने के बाद भारत से बिना छिलके वाले झींगों के आयात पर प्रतिबंध लगाया था। इस प्रतिबंध ने भारतीय निर्यातकों, खासकर उत्तरी आंध्र प्रदेश के झींगा किसानों और व्यापारियों के लिए चुनौती पैदा की थी। वे अमेरिकी टैरिफ के कारण व्यापार में आई रुकावट के बाद ऑस्ट्रेलियाई बाजार में फिर से पहुंच बनाना चाहते थे।

लोकेश ने अपने ऑस्ट्रेलियाई दौरे के तीसरे दिन पुष्टि की कि यह बाधा हटा ली गई है। उन्होंने कहा कि इस मंजूरी से भारत के जलीय कृषि निर्यातकों को काफी बढ़ावा मिलेगा। यह किसी एक निर्यात गंतव्य पर निर्भरता कम करने में मदद करेगा।

लोकेश ने सोशल मीडिया पर इस निर्णय को इस क्षेत्र के लिए एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय समुद्री खाद्य निर्यातकों के लिए लंबे समय से चली आ रही बाधा ऑस्ट्रेलिया द्वारा बिना छिलके वाले झींगों पर सफेद धब्बे वाले वायरस के कारण लगाए गए प्रतिबंध रहे हैं। आज, भारतीय झींगों के लिए पहली आयात स्वीकृति प्रदान की गई है।

इस कदम से भारतीय समुद्री खाद्य निर्यातकों के लिए एक प्रमुख बाजार फिर से खुल जाएगा। आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में जलीय कृषि क्षेत्र को नई गति मिलने की उम्मीद है।

उद्योग के जानकारों के मुताबिक, इस मंजूरी से भारत के झींगा किसानों के लिए नए अवसर पैदा हो सकते हैं। कमजोर वैश्विक मांग और अन्य प्रमुख बाजारों में उच्च टैरिफ से वे जूझ रहे थे।

लोकेश ने इस मुद्दे को सुलझाने और नए सिरे से व्यापार को आसान बनाने के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों सरकारों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह भारत के समुद्री खाद्य निर्यातकों और आंध्र प्रदेश के किसानों के लिए जीत है, जो इस अवसर का इंतजार कर रहे थे।

ऑस्ट्रेलिया को निर्यात फिर से शुरू होना भारत के समुद्री खाद्य व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका पर काफी हद तक निर्भर रहा है। उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटनाक्रम से वैश्विक समुद्री खाद्य बाजारों में भारत की स्थिति मजबूत हो सकती है। ऑस्ट्रेलिया का यह निर्णय अन्य देशों के लिए प्रतिबंधों में ढील देने के लिए एक सकारात्मक उदाहरण बनेगा।

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