पाकिस्तान और अफगानिस्तान में युद्धविराम, कतर में बनी सहमति!
News Image

पाकिस्तान और अफगानिस्तान युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। यह सहमति कतर के दोहा में आयोजित वार्ता के दौरान बनी।

दोनों देशों के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता तुर्की ने की। कतर ने कहा कि दोनों पक्ष आने वाले दिनों में और बैठकें करने पर सहमत हुए हैं, ताकि युद्धविराम स्थायी रहे और इसे सही तरीके से लागू किया जा सके।

यह शांति वार्ता हाल ही में हुई लड़ाई के बाद हुई है। इस लड़ाई में दोनों देशों के कई लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए हैं। वर्ष 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से दोनों देशों के बीच यह सबसे गंभीर टकराव है।

अफगानिस्तान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब ने किया, जबकि पाकिस्तान की ओर से रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ तालिबान प्रतिनिधियों के साथ बातचीत में शामिल रहे।

अफगान सूत्रों का दावा है कि पाकिस्तानी सेना ने पिछले चार वर्षों में 1,200 से अधिक बार अफगानिस्तान की सीमा और 710 बार उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है।

पिछले सप्ताह काबुल पर पाकिस्तानी हवाई हमले के बाद सैन्य झड़पें शुरू हो गईं।

सूत्रों के अनुसार, अफगानिस्तान ने 11 अक्टूबर को डूरंड रेखा पर पाकिस्तानी सेना की चौकियों के खिलाफ सीमित जवाबी सैन्य अभियान चलाकर, अंतरराष्ट्रीय कानून में निहित आत्मरक्षा के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया।

पाकिस्तानी सीमा बलों ने 1,200 से अधिक बार सीमा का उल्लंघन किया तथा मोर्टार दागे। 2024 की शुरुआत से अब तक हमलों के कारण 102 नागरिक और अफगान सीमा रक्षक मारे गए हैं, और 139 अन्य घायल हुए हैं।

पिछले चार वर्षों में पाकिस्तानी सेना ने 712 से अधिक हवाई उल्लंघन किए हैं, जिनमें नूरिस्तान, कुनार, नांगरहार, खोस्त और पक्तिका प्रांतों में विमानों और ड्रोन से बमबारी की 16 घटनाएं शामिल हैं। इन हमलों में 114 पाकिस्तानी आदिवासी शरणार्थी, अफगान नागरिक और अफगान सीमा रक्षक मारे गए। कई मकान और दुकानें नष्ट हो गईं, जिससे नागरिकों को काफी नुकसान हुआ।

दिसंबर 2024 में, जब अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान के विशेष दूत सादिक खान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल काबुल आया, तो इस्लामाबाद के सैन्य विमानों ने पक्तिया और पक्तिका में कई इलाकों पर बमबारी की थी, जिससे नागरिक हताहत हुए।

पाकिस्तानी वायुसेना ने पिछले अगस्त में अफगानिस्तान के तीन प्रांतों नूरिस्तान, नांगरहार और खोस्त में हवाई हमले किये थे। अफगानिस्तान ने इन आक्रामक कार्रवाइयों के जवाब में कोई सैन्य प्रतिक्रिया नहीं की और केवल राजनयिक माध्यमों से विरोध दर्ज कराया, फिर भी पाकिस्तान ने उल्लंघन जारी रखा।

हाल ही में, पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों ने काबुल के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया और अफगानिस्तान की राजधानी में जोरदार विस्फोट की आवाज सुनाई दी।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

सनी देओल का जन्मदिन धमाका: नई फिल्म गबरू की पहली झलक!

Story 1

हवा में अटकी सांसें: 100 फीट ऊपर राइड में फंसे दर्जन भर यात्री

Story 1

54 साल बाद खुला बांके बिहारी मंदिर का खजाना, अंदर का मंजर देख उड़े सबके होश!

Story 1

स्मृति ईरानी के बयान पर भड़का अनुपमा का गुस्सा, कलाकारों ने सुनाई खरी-खरी!

Story 1

नमक हरामों का वोट नहीं चाहिए कहने वाले गिरिराज सिंह ने दी सफाई!

Story 1

गिरिराज सिंह के बयान पर बिहार में सियासी भूचाल, कांग्रेस ने की मानसिक अस्वस्थ घोषित करने की मांग

Story 1

जंगल में अकेले पड़ गए जनाब! बंदरों ने लूट ली पिकनिक की दावत, वीडियो वायरल

Story 1

बिहार चुनाव 2025: ओवैसी की नई चाल, सीमांचल से दक्षिण तक 25 प्रत्याशी, दो हिंदू उम्मीदवार!

Story 1

अफगानिस्तान को पाकिस्तानियों का कब्रिस्तान न बनाएं: पाकिस्तानी नेता की तालिबान को चेतावनी

Story 1

गुब्बारे को दुश्मन समझ फुंफकार मारकर सांप ने दिखाया डरावना रूप, वीडियो वायरल