केंद्रीय मंत्री और अभिनेता सुरेश गोपी इस्तीफा देकर दोबारा फिल्मों में जाना चाहते हैं. वहीं, मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने राजनीति को बहुत कठिन पेशा और सबसे कम आय वाला काम बताया है. उनका कहना है कि कलाकारों को अपने पेशे को भी समय देने की अनुमति होनी चाहिए, भले ही वे कोई पद संभाल रहे हों.
क्या वाकई राजनीति फिल्मी स्क्रिप्ट से ज्यादा मुश्किल है? अभिनेता से नेता बने सांसदों का राजनीति से मोहभंग होना क्या कोई नया ट्रेंड है?
कंगना रनौत ने कहा कि सांसद बनने के बाद उनकी वेतन से सिर्फ 50-60 हजार रुपये ही बचते हैं. उन्होंने राजनीति को महंगा शौक बताया है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कंगना या फिल्मों की दुनिया से राजनीति में आए एक्टर्स का यह महंगा शौक जनता को कितना महंगा पड़ता है?
ग्लैमर और स्पॉटलाइट की दुनिया से आने के बाद, इन सांसदों का सामना जनता की समस्याओं से हुआ. लेकिन इन सेलिब्रिटी सांसदों ने संसद में इन मुद्दों पर कितनी चर्चा की? इसका अंदाजा संसद में इनकी अटेंडेंस से लगाया जा सकता है.
17वीं लोकसभा में टीएमसी सांसद देव अधिकारी का अटेंडेंस 12%, मिमी चक्रवर्ती का 18% और दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ का 25% रहा. हेमा मालिनी का अटेंडेंस 49% रहा.
हालांकि, रवि किशन, गौतम गंभीर और मनोज तिवारी जैसे सेलिब्रिटी सांसदों का अटेंडेंस 80% से ज्यादा रहा. 17वीं लोकसभा में सेलिब्रिटी सांसदों का औसत अटेंडेंस 56.7% रहा, जबकि सभी सांसदों का 80%. संसद सत्र में अनुपस्थिति का कारण फिल्मों की शूटिंग बताई जाती है.
सवाल यह है कि जब सेवा करना मुश्किल था तो चुनाव क्यों लड़े? अभिनेता और नेता के बीच झूलते इनके करियर की वजह से जनता के कई सौ करोड़ बर्बाद हो गए. अब ये नेता कह रहे हैं कि राजनीति महंगा शौक है और वे पैसे नहीं कमा पा रहे हैं. क्या इन्हें चुनाव लड़ने से पहले अंदाजा नहीं था कि जनता की सेवा करना किसी फिल्म में एक्टिंग करने से कहीं ज्यादा मुश्किल है?
ऐसा नहीं है कि बॉलीवुड से राजनीति में आए सभी नेता फ्लॉप हुए. सुनील दत्त, स्मृति ईरानी, जया बच्चन, विनोद खन्ना, शत्रुघ्न सिन्हा और हेमा मालिनी जैसे कई नेता राजनीति में सफल रहे.
सनी देओल, जया प्रदा, परेश रावल और गोविंदा जैसे नेता एवरेज रहे, जबकि उर्मिला मातोंडकर, रेखा और शेखर सुमन जैसे सेलिब्रिटीज फ्लॉप साबित हुए. अमिताभ बच्चन ने भी 3 साल में इस्तीफा दे दिया था.
एक अनुमान के मुताबिक, टॉप 10 बॉलीवुड एक्टर्स की एक घंटे की कमाई 70 हजार रुपये है, जबकि एक सांसद की एक घंटे की कमाई (सैलरी और सुविधाओं को मिलाकर) 1 हजार 700 रुपये है. शायद यही वजह है कि कंगना रनौत राजनीति को महंगा शौक बताती हैं और सुरेश गोपी राजनीति छोड़कर फिल्म लाइन में वापस जाना चाहते हैं.
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— Zee News (@ZeeNews) October 15, 2025
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