नक्सल संगठन को एक बड़ा झटका लगा है। नक्सलियों के शीर्ष नेता और पोलित ब्यूरो सदस्य सोनू दादा उर्फ़ वेणुगोपाल राव ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
सोनू दादा के साथ 60 और माओवादियों ने गढ़चिरौली पुलिस के सामने हथियार डाल दिए हैं।
एक महीने पहले सोनू दादा ने छत्तीसगढ़ सरकार को शांतिवार्ता के लिए एक खत लिखा था। उन्होंने सशस्त्र और हथियारबंद संघर्ष को विराम देकर बिना हथियार के आंदोलन को आगे बढ़ाने की बात कही थी।
हालांकि, नक्सल संगठन के दूसरे नेताओं ने पत्र जारी कर इस प्रस्ताव को सोनू दादा की निजी राय बताया था।
इसके बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि सोनू दादा पुलिस के संपर्क में हैं और कभी भी आत्मसमर्पण कर सकते हैं।
यह भाकपा/माओवादी के लिए एक बड़ा झटका है।
मल्लौजुला वेणुगोपाल राव उर्फ सोनू ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 60 माओवादी कार्यकर्ताओं के साथ हथियार डाले।
यह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और देश भर की राज्य सरकारों के नेतृत्व में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे निरंतर अभियानों का परिणाम है।
सितंबर में, सोनू ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर हथियार डालने का संकेत दिया था। उन्हें छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों में माओवादी कार्यकर्ताओं के एक बड़े हिस्से से समर्थन मिला जिन्होंने उन्हें समर्थन दिया।
Malloujula Venugopal Rao @ Sonu, Polit Bureau member of CPI/Maoist, laid down weapons along with 60 Maoist cadres today in Gadhchiroli, Maharashtra. This is a major blow to CPI/Maoist and is a result of sustained operations by police under the leadership of Union HM Amit Shah and… pic.twitter.com/rUXabMQMiJ
— ANI (@ANI) October 14, 2025
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