नोबेल शांति पुरस्कार 2025 की घोषणा हो चुकी है. इस वर्ष यह पुरस्कार वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को दिया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम इस बार भी इस सूची में नहीं था.
नोबेल पुरस्कार की शुरुआत बिजनेसमैन और वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की मृत्यु के बाद हुई. उन्होंने अपनी संपत्ति पुरस्कारों के लिए दान कर दी. 1895 में उनकी वसीयत में कहा गया कि यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाएगा जिन्होंने पिछले साल मानव जाति के लिए सबसे बड़ा उपकार किया हो.
साल 1901 से इस पुरस्कार का ऐलान शुरू हुआ, और तब से ये हर साल दिए जाते हैं. हालांकि कई बार ऐसे मौके भी आए जब नोबेल पुरस्कार का ऐलान नहीं हुआ.
नोबेल पुरस्कार फिजिक्स, केमिस्ट्री, फिजियोलॉजी या मेडिसिन, साहित्य और शांति कैटेगरी के लिए दिए जाते हैं. ये कैटेगरीज अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत में ही तय हो गई थीं. 1968 में स्वीडिश सेंट्रल बैंक ने अल्फ्रेड नोबेल की याद में इकोनॉमिक्स में स्वीडिश रिक्स बैंक पुरस्कार की शुरुआत की थी.
मारिया कोरिना मचाडो को यह पुरस्कार वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने और तानाशाही से न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण परिवर्तन प्राप्त करने के उनके अथक प्रयासों के लिए दिया गया है.
नोबेल पुरस्कार विजेताओं को सोने का मेडल, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट मिलता है. पुरस्कार की राशि 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (SEK) है, जो 2023 के अंत में लगभग 1.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर (आठ करोड़ से अधिक रुपये) थी. पुरस्कार विजेताओं को राशि के साथ-साथ एक डिप्लोमा और 18 कैरेट का स्वर्ण पदक मिलता है. नोबेल शांति पुरस्कार किसी संगठन को नहीं दिया जा सकता. पुरस्कार राशि किसी भी स्थिति में तीन से ज़्यादा व्यक्तियों के बीच विभाजित नहीं की जा सकती.
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— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 10, 2025
The Norwegian Nobel Committee has decided to award the 2025 #NobelPeacePrize to Maria Corina Machado for her tireless work promoting democratic rights for the people of Venezuela and for her struggle to achieve a just and peaceful transition from dictatorship to… pic.twitter.com/Zgth8KNJk9
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