मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना: आप नेता ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, दलितों पर खतरे की जताई आशंका
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सुप्रीम कोर्ट में उस समय हड़कंप मच गया जब एक 71 वर्षीय वकील ने मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई पर जूता फेंकने का प्रयास किया। यह घटना अदालत में एक मामले की सुनवाई के दौरान घटी। आरोपी वकील मंच के करीब पहुंचा और जूता निकालकर फेंकने की कोशिश की, लेकिन सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए उसे रोक दिया। इस घटना से पूरे देश में आक्रोश और चिंता का माहौल है। अदालत और सुरक्षा अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है और भविष्य में सुप्रीम कोर्ट परिसर में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने की बात कही है।

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सौरभ भारद्वाज ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की।

भारद्वाज ने एक पोस्ट में लिखा, सबका नंबर आएगा, अगर चुप रहे तो कोई नहीं बचेगा। मुसलमानों, सिक्खों और बौद्धों के बाद अब दलितों का नंबर आ गया है। उन्होंने एक अन्य पोस्ट में आरोपी वकील मयूर विहार निवासी 71 वर्षीय राकेश किशोर की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, गांधी हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं।

भारद्वाज ने इस मुद्दे पर लगभग 6 मिनट का एक वीडियो भी जारी किया। उन्होंने कहा कि दलित समुदाय से आने वाले सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई पर वकील द्वारा जूता फेंकना एक निंदनीय कृत्य है, जिसकी कड़ी आलोचना होनी चाहिए और दोषी को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दक्षिणपंथी ट्रोल्स सुनियोजित तरीके से उस वकील को नायक और मुख्य न्यायाधीश को खलनायक बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

अपने वीडियो के साथ साझा किए गए संदेश में भारद्वाज ने लिखा, सुप्रीम कोर्ट के दलित मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले को पुलिस ने छोड़ दिया, सोशल मीडिया पर आतंकवादी गोडसे के समर्थक उत्सव मना रहे हैं, सभी जजों को खुली धमकी एक कमजोर न्यायपालिका की निशानी है, उपद्रवियों को केंद्र सरकार का संरक्षण साफ देखा जा सकता है।

भारद्वाज ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस सनातन के अपमान पर पूरी भाजपा चुप है? क्या सवर्ण जाति और दलित जाति के लिए अलग-अलग सनातन अपमान के मापदंड हैं? दिल्ली की CM दुर्गा पूजा में प्रधानमंत्री की फोटो लगाने के लिए कह रही है। PM की पूजा मां दुर्गा के साथ करवाना चाहती थी, इस सनातन के अपमान पर किसी भाजपाई ट्रोल का खून नहीं खौल रहा?

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी सुप्रीम कोर्ट में CJI बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की घटना की कड़ी आलोचना की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, CJI बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश सिर्फ़ एक न्यायाधीश पर नहीं बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है, इस देश की न्यायपालिका पर हमला है। दलित बेटा मेहनत और ईमानदारी से देश की सर्वोच्च कुर्सी तक पहुंचे ये इन लोगों को बर्दाश्त नहीं। इनकी हिम्मत तो देखो। इनके समर्थक खुलेआम CJI को सोशल मीडिया पर धमकियां दे रहे हैं। इस तरह की राजनीति और गुंडागर्दी ये देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।

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