कनाडा ने चिकित्सा जगत में एक अभूतपूर्व और विवादास्पद कदम उठाया है। देश में पहली बार चिकित्सकीय सहायता से मृत्यु (MAiD) के बाद एक व्यक्ति का हृदय सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया गया।
एक 38 वर्षीय ALS (अमायलोट्रॉफिक लेटरल स्क्लेरोसिस) रोगी को पहले इच्छा मृत्यु दी गई। उनकी मृत्यु के मात्र सात मिनट बाद, उनके हृदय को पुनर्जीवित किया गया और अमेरिका ले जाकर एक 50 वर्षीय हृदय रोगी में प्रत्यारोपित किया गया।
कनाडा Organ Donation after Euthanasia (ODE) के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बन गया है। 2021 तक वैश्विक ODE मामलों में से लगभग आधे कनाडा में दर्ज किए गए। 2024 में, कनाडा में हुए सभी अंग प्रत्यारोपणों में से 5% MAiD के माध्यम से आए।
ओंटारियो प्रांत के इस मामले ने मृत्यु और अंगदान के बीच एक नई, विवादास्पद कड़ी स्थापित कर दी है।
हालांकि, इस प्रक्रिया ने नैतिकता और मानवाधिकारों पर गंभीर बहस छेड़ दी है। आलोचकों का तर्क है कि सहमति की पारदर्शिता और कमजोर मरीजों पर संभावित दबाव जैसे मुद्दे विचारणीय हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी प्रणाली मानवाधिकारों पर गंभीर सवाल उठाती है। जो रोगी खुद को बोझ मानते हैं, वे अर्थपूर्ण योगदान देने के बहाने मृत्यु को अपनाने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
अंगदान की इच्छा, कभी-कभी, मौत का निर्णय प्रभावित कर सकती है, जिससे कमजोर व्यक्तियों पर अप्रत्यक्ष दबाव बन सकता है।
कनाडा की स्वास्थ्य एजेंसियों और नैतिक विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अंगदान की प्रक्रिया को MAiD के साथ जोड़ने से नैतिक और कानूनी जोखिम पैदा हो सकते हैं। कुछ आलोचकों का कहना है कि यह प्रणाली मौत को केवल उपयोगी साधन बनाने की ओर ले जा रही है।
वैश्विक स्तर पर, विशेषज्ञों ने पूछा है कि क्या कनाडा की यह नीति मानवाधिकारों के लिए खतरा नहीं है।
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर तीखी बहस जारी है। कुछ लोग इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, जबकि अन्य इसकी नैतिकता पर सवाल उठा रहे हैं।
कनाडा का यह कदम केवल एक चिकित्सा उपलब्धि नहीं है, বরং समाज और नैतिकता के लिए एक बड़ा सवाल है। क्या अंगदान के नाम पर मौत को उपयोगी बनाना सही है? क्या कमजोर रोगियों को अप्रत्यक्ष दबाव में जीवन समाप्त करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है? यह बहस अब केवल चिकित्सा तक सीमित नहीं है; यह मानवाधिकार, नैतिकता और समाज की संवेदनशीलता पर एक गहरा सवाल है।
Canada has achieved a grim medical milestone: the world s first successful heart transplant from a patient euthanized via MAiD.
— Camus (@newstart_2024) October 4, 2025
A 38-year-old man with ALS was lethally injected. Just seven minutes after his heart stopped, it was reanimated, transported to the US, and… pic.twitter.com/nCbs1nrJ6S
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