उत्तर प्रदेश के गांव अब केवल उम्मीद नहीं, बल्कि बदलते भारत की जीती-जागती मिसाल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ विकसित यूपी@2047 संवाद में ग्राम प्रधानों ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि पिछले आठ वर्षों में गांवों में जो बदलाव आया है, वह पहले सिर्फ सपना था।
श्रावस्ती जिले के टड़वा महंत के प्रधान शिवकुमार राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री के अभियान से पूरा गांव जुड़ गया है। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी उनके गांव आ रहे हैं और पूरे गांव में उत्साह का माहौल है।
कौशांबी जिले की उखैया खास की प्रधान सीमा निर्मल ने बताया कि महिला स्वयं सहायता समूहों ने महिलाओं की जिंदगी बदल दी है। वह खुद पंचायत की बैठकों का संचालन करती हैं, और बीसी सखी ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही हैं।
बरेली जिले के भरतौल की प्रधान प्रवेश ने बताया कि उनके गांव में सबसे पहले मॉडल राशन की दुकान खोली गई थी। आज यह गांव मॉडल ग्राम के रूप में जाना जाता है और गाँव की महिलाएं लगातार आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रही हैं।
अलीगढ़ जिले के तलेसरा के प्रधान गजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री को गांव की ऐतिहासिक विरासत से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि उनके गांव से 13 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जुड़े हैं और उनकी स्मृति में स्टेडियम व अमृत सरोवर बने हैं। ग्राम सचिवालय, बैंक्वेट हॉल और स्कूल में स्मार्ट क्लास जैसी आधुनिक सुविधाएं भी हैं।
अयोध्या जिले की सनाहा की प्रधान रीना पांडेय ने बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सभी योजनाएं उनके गांव में लागू हैं। उन्होंने विशेष रूप से कूड़ा निस्तारण व्यवस्था का उल्लेख किया।
बांदा जिले की दुरेड़ी के प्रधान देवीदयाल सिंह ने गर्व से कहा कि उनकी पंचायत को मुख्यमंत्री पंचायत पुरस्कार योजना के तहत 36 लाख रुपये का पुरस्कार मिला। पंचायत के सभी आठ विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चल रहे हैं।
शाहजहांपुर जिले की भवालखेड़ा ग्राम पंचायत के प्रधान जय प्रकाश ने बताया कि उनके गांव को दो बार मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार मिला। स्वयं सहायता समूहों ने गाँव की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है।
रामपुर जिले की कोयला के प्रधान भूकन लाल ने बताया कि उनकी पंचायत की आबादी 7700 है और सभी परिवारों तक विकास की योजनाएं पहुंच रही हैं। गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, इंटर कॉलेज, बैंक, डाकखाना और लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।
इन संवादों से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश के गांव अब आत्मनिर्भरता, स्वच्छता, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण की नई कहानियां लिख रहे हैं। ग्राम प्रधानों की सक्रियता और जागरूकता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि यही प्रयास विकसित यूपी @2047 के लक्ष्य को पूरा करने की वास्तविक शक्ति हैं।
*विकसित उत्तर प्रदेश-2047 के संकल्प की सिद्धि हेतु आज लखनऊ से राज्य के सभी ग्राम प्रधान गणों के साथ वर्चुअल माध्यम से संवाद किया।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 26, 2025
आने वाली पीढ़ी को उज्ज्वल भविष्य देने के लिए हमें विकसित उत्तर प्रदेश देना ही होगा और विकसित उत्तर प्रदेश के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत को विकसित… pic.twitter.com/brslnfJPbb
रांची में वेटिकन सिटी थीम वाले पंडाल पर विवाद: ईसा मसीह की जगह स्थापित की गई भगवान कृष्ण की मूर्ति
गुरुग्राम: सर्विस लेन से हाईवे पर चढ़ी बेकाबू थार, दर्दनाक हादसे में 5 की मौत
लेह में शांति लौट रही, गिरफ्तारी से पहले वांगचुक के बयान से मची खलबली
बुलडोजर चला लूटतंत्र पर, विकास की गति पकड़ेगा देश: ओडिशा में गरजे मोदी
दिल्ली हाई कोर्ट की फटकार के बाद समीर वानखेड़े की प्रतिक्रिया: सत्यमेव जयते
मैडम जी ने ठोकी कार, फिर कैब वाले को मारने दौड़ी! सड़क पर जमकर हुआ कलेश
PF का पैसा निकालने वालों के लिए चेतावनी! गलत जानकारी देने पर वापस करनी पड़ सकती है राशि
बिहार चुनाव 2025: NDA बनाम महागठबंधन, किस इलाके में किसकी सरकार?
IND vs PAK: फाइनल में अर्शदीप क्यों हैं जरूरी? इरफान पठान की सलाह, टीम इंडिया की टेंशन होगी दूर
करूर में विजय की रैली में भगदड़, बच्चों समेत 10 की मौत की आशंका