प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को असम के दौरे पर थे. केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने एक दिलचस्प किस्सा साझा करते हुए बताया कि कैसे पीएम मोदी के एक सुझाव ने असम में वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की और राज्य की तस्वीर बदल दी.
सोनोवाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए बताया कि 2016 में, मुख्यमंत्री के रूप में अपना पहला वर्ष पूरा करने के बाद, उन्होंने गुवाहाटी में एक विशाल जनसभा में पीएम मोदी को आमंत्रित किया था.
जब एक वक्ता भीड़ को संबोधित कर रहा था, तब पीएम मोदी का ध्यान कहीं और चला गया. उन्हें भीड़ के पीछे फूलों से लटा एक पेड़ दिखा. उन्होंने उस पेड़ की ओर इशारा करते हुए सोनोवाल से धीरे से पूछा, यह कौन सा पेड़ है?
सोनोवाल ने बताया कि वह कृष्ण चूड़ा है, जो अपने ज्वलंत फूलों के लिए जाना जाता है. पीएम मोदी ने जानना चाहा कि ऐसे पेड़ आमतौर पर कहां उगते हैं. सोनोवाल ने बताया कि ये पूरे असम में पाए जा सकते हैं.
सोनोवाल के अनुसार, उसी क्षण पीएम मोदी की दूरदर्शी प्रवृत्ति जागृत हुई. उन्होंने सुझाव दिया कि पूरे राज्य में कृष्ण चूड़ा के और पेड़ क्यों नहीं लगाए जाते. उन्होंने कहा कि कल्पना कीजिए कि असम पूरी तरह खिल रहा है, दुनिया भर से लोग इसकी सुंदरता देखने आएंगे. इससे न सिर्फ पहचान मजबूत होगी, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.
ये शब्द एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुए. प्रधानमंत्री मोदी के प्रोत्साहन से, 10 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखते हुए एक महत्वाकांक्षी वृक्षारोपण अभियान शुरू किया गया. सोनोवाल के कार्यकाल में ही 9.5 करोड़ पेड़ लगाए गए.
यह प्रयास जल्द ही एक जन-आंदोलन में बदल गया. जन्मदिन, त्योहार और विशेष अवसर सभी पेड़ लगाने के अवसर बन गए. प्रधानमंत्री मोदी के सुझाव से शुरू हुआ यह कार्य पूरे असम में एक सांस्कृतिक आदत बन गया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह उनके जीवन के सबसे यादगार पलों में से एक था. इससे यह पता चलता है कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पैनी नजर एक साधारण अवलोकन को एक दृष्टि में और एक दृष्टि को एक जन-आंदोलन में बदल सकती है, जिसने असम को एक नई पहचान दी.
#MyModiStory
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) September 15, 2025
In 2016, after completing my first year as Chief Minister of Assam, I invited Prime Minister @narendramodi ji to a massive public rally in Guwahati. The atmosphere was electric. Thousands had gathered, the energy was overwhelming, and I was seated right beside him… pic.twitter.com/UVOLKghfTv
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