वह राजनेता बनने के लायक नहीं... पीएमके संस्थापक रामदास ने अपने ही बेटे अंबुमणि को पार्टी से निकाला
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तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ा भूचाल आया है. पाताल मक्कल काची (पीएमके) के संस्थापक रामदास ने अपने बेटे अंबुमणि रामदास को पार्टी से निष्कासित कर दिया है.

रामदास का आरोप है कि अंबुमणि पीएमके को बर्बाद करने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अंबुमणि राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं हैं और उन्होंने मनमाने ढंग से काम किया.

रामदास ने यह तक कह दिया कि उनके बिना अंबुमणि आगे नहीं बढ़ पाते. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे अंबुमणि से किसी भी तरह का संबंध न रखें. उनका कहना है कि अंबुमणि के साथ मात्र 10-15 लोग ही हैं.

पीएमके अध्यक्ष रामदास ने जानकारी दी कि अंबुमणि को पहले कारण बताओ नोटिस भेजा गया था, लेकिन उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया.

पिता-पुत्र के बीच यह विवाद पिछले एक साल से चल रहा था. इसकी शुरुआत तब हुई जब रामदास ने अपने नाती मुकुंदन को पार्टी की युवा इकाई का प्रमुख नियुक्त किया.

अंबुमणि ने इस फैसले का सार्वजनिक रूप से विरोध किया था, जिसके बाद रामदास ने फिर से पार्टी अध्यक्ष का पद संभाल लिया.

हालांकि, रामदास ने अंबुमणि को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया, लेकिन अंबुमणि ने इस फैसले को मानने से इनकार कर दिया. उन्होंने दावा किया कि उन्हें पार्टी की महासभा ने अध्यक्ष चुना है. इसी के बाद से दोनों के बीच विवाद गहराता गया.

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