केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार से बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए पर्याप्त राहत सामग्री उपलब्ध कराने की अपील की। उन्होंने आरोप लगाया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को खाद्य पदार्थों की आपूर्ति और उनके लिए तंबू की व्यवस्था करने में देरी हुई है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में बने एक राहत शिविर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार अफगानिस्तान में भूकंप पीड़ितों को राहत सामग्री भेज सकती है, तो दिल्ली के बाढ़ प्रभावित लोगों को भी समय पर मदद मिलनी चाहिए।
केजरीवाल ने कहा, मैं देख रहा हूं कि लोगों को दिक्कत हो रही है। उन्हें समय पर खाना नहीं मिल रहा। चारों तरफ मच्छर हैं। बारिश हो रही है, लेकिन तंबू कल लगाए गए। यह प्राकृतिक आपदा है। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराए। पर्याप्त इंतजाम करना सरकार की जिम्मेदारी है।
केजरीवाल ने यह भी कहा कि पूरे दिल्ली में जलभराव की समस्या है। उन्होंने कहा, नालों की सफाई समय पर नहीं हुई। कई इलाकों में सीवर का पानी ऊपर आ रहा है और कई जगह पीने का पानी नहीं है। मैं सरकार से अपील करता हूं कि लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराए।
गुरुवार को पंजाब में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए केजरीवाल ने केंद्र सरकार से उत्तर भारत के बाढ़ प्रभावित राज्यों को भी मदद देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत बाढ़ से जूझ रहा है। मैं केंद्र से अपील करता हूं कि वह लोगों को राहत मुहैया कराए।
केजरीवाल ने कहा, जब अफगानिस्तान में भूकंप आया था, तो केंद्र ने वहां राहत सामग्री भेजी थी। हमें दूसरे देशों की मदद करनी चाहिए, लेकिन यहां अपने लोगों को भी राहत सामग्री मिलनी चाहिए।
केजरीवाल ने X पर पोस्ट कर कहा कि 1988 के बाद 37 साल में पहली बार पंजाब इतनी भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार, मंत्री, विधायक, अधिकारी और वॉलंटियर्स दिन-रात लोगों की मदद करने और राहत कार्यों में लगे हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग गांव छोड़ने से इंकार कर रहे हैं उनके पास उनके घर तक मदद पहुँचाई जा रही है।
आप चीफ ने आगे कहा कि राहत शिविरों में रहने आए लोगों के लिए वहां पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। हर गांव के लिए एक गजेटेड अधिकारी नियुक्त है ताकि लोगों को मदद के लिए भटकना न पड़े। उन्होंने कहा कि संकट बड़ा है, पर उससे भी बड़ा है पंजाबियों का जज़्बा और एक-दूसरे की मदद करने की भावना।
*1988 के बाद 37 साल में पहली बार पंजाब इतनी भयंकर बाढ़ से जूझ रहा है। लेकिन हमारी सरकार, मंत्री, विधायक, अधिकारी और हमारे वॉलंटियर्स दिन-रात लोगों की मदद करने और राहत कार्यों में लगे हुए हैं।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 4, 2025
जो लोग गांव छोड़ने से इंकार कर रहे हैं उनके पास उनके घर तक मदद पहुँचाई जा रही है। राहत… pic.twitter.com/da3XhXhgbh
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