चीन में चल रहे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की सुरक्षा को लेकर बरती जा रही सावधानियां चर्चा का विषय बनी हुई हैं। किम जोंग उन के साथ आए स्टाफ सदस्यों को उनकी हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखते हुए देखा जा रहा है, ताकि उनके डीएनए का कोई भी निशान बाहर न जा पाए।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि किम जोंग उन की एक बैठक के बाद स्टाफ सदस्य कमरे में मौजूद हर चीज को साफ कर रहे हैं, जिनमें किम ने छुआ हो या जिसके संपर्क में वे आए हों। यह सामान्य सफाई नहीं है, बल्कि उन चीजों को साफ किया जा रहा है जिनमें किम का डीएनए रह गया हो।
यह वीडियो बीजिंग में हुई एक बैठक के बाद का बताया जा रहा है, जिसमें किम जोंग उन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। वीडियो में, उत्तर कोरियाई अधिकारियों को किम जोंग उन की कुर्सी के पीछे के हिस्से को साफ करते, उनके व्हिस्की ग्लास और ट्रे को हटाते हुए देखा जा सकता है। इतना ही नहीं, स्टाफ का एक सदस्य किम की कुर्सी के पाए और हैंडरेस्ट को भी साफ करता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि किम जोंग उन के डीएनए को हटाने की वजह यह है कि उत्तर कोरिया नहीं चाहता कि दूसरे देश उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में कोई जानकारी हासिल करें। किम के डीएनए के विश्लेषण से अन्य देशों को उनके स्वास्थ्य से जुड़ी अहम जानकारी मिल सकती है, जिसका इस्तेमाल उनके खिलाफ किया जा सकता है।
उत्तर कोरिया में किम परिवार को भगवान के तौर पर पेश किया जाता है, और उन्हें किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या न होने का दावा किया जाता है। इसलिए, यदि किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर कोई भी जानकारी बाहर आती है, तो यह उनके लिए एक संवेदनशील मसला हो सकता है।
इसके अलावा, किम जोंग उन के डीएनए और फिंगरप्रिंट्स जानकारी का एक अहम खजाना हो सकते हैं। विश्लेषकों का मानना है कि दुश्मन देश इनका इस्तेमाल किम की जासूसी करने के लिए कर सकते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
किम जोंग उन की सुरक्षा के लिए कई तरह के एहतियात बरते जाते हैं। उनके होटल के कमरों से उनके डीएनए का कोई भी हिस्सा बाहर न जाए, इसके लिए उनके मल-मूत्र को इकट्ठा कर उत्तर कोरिया ले जाकर नष्ट किया जाता है। उनकी लार से डीएनए लीक न हो, इसलिए उनके सिगरेट बट और एश ट्रे को भी साथ ले जाया जाता है। यहां तक कि माचिस को भी कहीं नहीं फेंका जाता।
सम्मेलनों में हिस्सा लेते समय, किम जोंग उन मेजबान के दिए हुए पेन का इस्तेमाल नहीं करते हैं, बल्कि अपने अधिकारियों के दिए हुए पेन का ही प्रयोग करते हैं, ताकि उनके फिंगरप्रिंट्स को सुरक्षित रखा जा सके। किम जोंग उन की सुरक्षा में बरती जा रही ये सावधानियां उनकी सत्ता और शासन में संवेदनशीलता को दर्शाती हैं।
🤡 All traces of Kim Jong Un were wiped away after his talks with Putin
— NEXTA (@nexta_tv) September 3, 2025
They took the glass the dictator drank from and thoroughly wiped down the chair he had been sitting in. pic.twitter.com/eTf7f4FAZu
फिर पलटा पाकिस्तान, जूनियर हॉकी विश्वकप से किया किनारा, भारत आने से इनकार
दादा को नहीं पहचाना! डीएसपी अंजलि कृष्णा को अजित पवार ने लगाई फटकार
पंजाब में बाढ़: भारतीय सेना बनी मसीहा, चला रही राहत और बचाव अभियान
घर से स्कूटी निकालते वक्त महिला का हुआ बुरा हाल, वीडियो हुआ वायरल
छात्रों पर लाठीचार्ज: बाराबंकी से लखनऊ तक बवाल, CM योगी ने मांगी रिपोर्ट, सपा-कांग्रेस का ABVP को साथ
किम जोंग उन के उठते ही, कुर्सी को टिशू पेपर से क्यों घिसने लगे उत्तरी कोरियाई अधिकारी?
क्या धोनी के लिए हुक्का न लगाने पर खत्म हो गया इरफ़ान पठान का करियर?
बाढ़ से त्रस्त पर हताश नहीं पंजाब: जो बोले सो निहाल की शक्ति
राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी को बताया फिनिशर , जानिए क्या है वायरल वीडियो का सच
OMG! विदेशी पर्यटक से रिश्वत लेते पकड़े गए ट्रैफिक पुलिसकर्मी, DCP ने लिया एक्शन