पुतिन-किम जोंग संग 26 देशों के नेता, अमेरिका तक मारक मिसाइलें और 80 हजार कबूतर: चीन का यादगार विजय दिवस
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बीजिंग के तियानआनमेन स्क्वायर में चीन ने बुधवार को विजय दिवस (V-Day) की 80वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस अवसर पर देशवासियों को संबोधित किया।

एक साथ 80,000 कबूतरों और 80,000 गुब्बारों को आसमान में छोड़कर शांति और समृद्धि का संदेश दिया गया।

इस अवसर पर विशाल सैन्य परेड का भी आयोजन किया गया, जिसमें चीन की ताकत और सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया गया। यह समारोह चीन के इतिहास को याद करने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर उसकी शक्ति और एकता का संदेश भी था।

राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तियानआनमेन स्क्वायर से जनता का अभिवादन किया। देशभक्ति गीतों के बीच उन्होंने शांति, विकास और राष्ट्रीय एकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चीन अपने संघर्षपूर्ण इतिहास को कभी नहीं भूलेगा और राष्ट्र की सुरक्षा और समृद्धि सुनिश्चित करेगा।

कार्यक्रम का सबसे आकर्षक पहलू 80,000 सफेद कबूतरों और 80,000 रंग-बिरंगे गुब्बारों को आकाश में छोड़ना था। यह नज़ारा शांति, एकता और स्वतंत्रता का संदेश दे रहा था। कबूतर सदियों से शांति का प्रतीक माने जाते हैं, वहीं गुब्बारे नई उम्मीदों और आज़ादी की उड़ान का संकेत थे।

3 सितंबर, 2025 को चीन ने अपनी सबसे बड़ी सैन्य परेड में अपनी आधुनिक सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया। तियानआनमेन स्क्वायर पर आयोजित इस परेड में कई हथियार और तकनीकें पहली बार सार्वजनिक रूप से दिखाई गईं।

चीन ने हाइपरसोनिक ग्लाइड व्हीकल्स, YJ-21 एंटी-शिप क्रूज मिसाइल और JL-3 सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल का प्रदर्शन किया। साथ ही, DF-5C न्यूक्लियर इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के एडवांस वर्जन 6F को भी दिखाया गया, जिसकी मारक क्षमता अमेरिका तक बताई जाती है।

परेड में KJ-500A, KJ-600 एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एयरक्राफ्ट, ट्विन-सीट J-20S, J-35 फाइटर जेट, DF-5C इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल, आर्मी और नेवी ड्रोन सिस्टम, DF-26D, DF-17 हाइपरसोनिक मिसाइलें, GJ-11 लॉयल विंगमैन ड्रोन, CJ-1000 हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल, HQ-20 एयर डिफेंस सिस्टम, HQ-29 एंटी-बैलिस्टिक इंटरसेप्टर, HQ-11 शॉर्ट-रेंज डिफेंस सिस्टम, YJ-15, YJ-19, YJ-20 मिसाइलें, PHL-16, टाइप 99B मेन बैटल टैंक और H-6J लॉन्ग-रेंज बॉम्बर भी प्रदर्शित किए गए।

मंच पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर, नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और वरिष्ठ प्रतिनिधि मौजूद थे। इन नेताओं की मौजूदगी ने चीन के प्रति अंतरराष्ट्रीय समर्थन का संदेश दिया। इसे बीजिंग की बढ़ती वैश्विक ताकत और कूटनीतिक प्रभाव का प्रतीक माना जा रहा है।

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