अफगानिस्तान में भीषण भूकंप के बाद भारत ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 21 टन मानवीय सहायता सामग्री काबुल भेजी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को यह जानकारी दी। राहत सामग्री को हवाई मार्ग से पहुंचाया गया है।
भारत की ओर से भेजी गई राहत सामग्री में कंबल, टेंट, स्लीपिंग बैग, हाइजीन किट, पोर्टेबल वाटर प्यूरीफायर, वाटर स्टोरेज टैंक, रसोई के बर्तन, सोलर जनरेटर, व्हीलचेयर, सैनिटाइजर, पानी शुद्ध करने की गोलियां, ओआरएस और आवश्यक दवाइयाँ, मेडिकल उपकरण शामिल हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत आने वाले दिनों में भी सहायता भेजता रहेगा और अफगानिस्तान की ज़रूरतों पर लगातार नजर रखेगा।
31 अगस्त की रात 11:47 बजे (स्थानीय समय) अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से, खासकर नांगरहार प्रांत के पास भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जलगाजा शहर से 27 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में, जमीन से 8 किलोमीटर गहराई में था।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, 1,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 8,000 से अधिक घर (ज्यादातर कुनार प्रांत में) पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट हो चुके हैं। भूकंप के बाद दूरदराज के पहाड़ी इलाकों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है, क्योंकि कई इलाके सड़क और मोबाइल नेटवर्क से कट चुके हैं।
राहतकर्मियों को बेहद कठिन परिस्थितियों में बचाव और राहत कार्यों को अंजाम देना पड़ रहा है। जिन क्षेत्रों में भूकंप का असर सबसे ज्यादा हुआ है, वे ज्यादातर पहाड़ी और दुर्गम इलाके हैं, जहां सड़कें टूटी हुई हैं और नेटवर्क पूरी तरह बंद है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप की इस भयावह घटना पर गहरा दुख जताया है और कहा कि भारत हर संभव मानवीय मदद देने के लिए तैयार है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी से बात कर शोक संवेदना व्यक्त की, घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और भारत की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। भारत की ओर से पहले ही 1,000 फैमिली टेंट काबुल भेजे जा चुके हैं।
अफगानिस्तान एक भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है, क्योंकि यह भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के मिलन बिंदु पर स्थित है। इस कारण यहां अक्सर तेज भूकंप आते रहते हैं, और यह देश बार-बार प्राकृतिक आपदाओं की चपेट में आ जाता है।
Indian earthquake assistance reaches Kabul by air.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 2, 2025
21 tonnes of relief materials including blankets, tents, hygiene kits, water storage tanks, generators, kitchen utensils, portable water purifiers, sleeping bags, essential medicines, wheelchairs, hand sanitizers, water… pic.twitter.com/q8TUb1wbSn
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