पंजाब में बाढ़ का तांडव: 29 की मौत, 1000 से ज्यादा गांव जलमग्न
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पंजाब में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। राज्य के कई जिलों में बाढ़ के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फसलों और किसानों के पशुओं को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है।

सोमवार तक पंजाब में 29 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन यात्रा से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात करके राज्य में बारिश और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की। मुख्यमंत्री मान ने भी सोमवार को होशियारपुर जिले के कुछ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।

बाढ़ से 10 से ज़्यादा जिलों के 1,000 से ज़्यादा गांव प्रभावित हुए हैं, जिससे 2.5 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दावा किया है कि उनकी सरकार लोगों के नुकसान की भरपाई करेगी।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जल्द ही फ़सलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए पंजाब का दौरा करेंगे। उन्होंने विभिन्न राज्यों में वर्षा की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की और पंजाब में बाढ़ और फसलों पर इसके प्रभाव के बारे में अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी केंद्र और पंजाब सरकार से बाढ़ पीड़ितों को सहायता प्रदान करने और मुआवजे की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी प्रभावित लोगों की मदद करने का आग्रह किया।

राज्य सरकार ने स्कूलों को 3 सितंबर तक बंद रखने की अवधि बढ़ा दी है। अधिकारियों के अनुसार, अगस्त में पंजाब में 253.7 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 74 प्रतिशत अधिक और राज्य में 25 वर्षों में सबसे अधिक है।

कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने सोमवार को बताया कि सरकार स्थिति से निपटने और प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए लगातार काम कर रही है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सभी प्रभावित जिलों में बड़े पैमाने पर राहत कार्य किए जा रहे हैं।

15,688 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें गुरदासपुर से 5549, पठानकोट से 1139, अमृतसर से 1700, फिरोजपुर से 3321, फाजिल्का से 2049 और होशियारपुर से 1052 लोग शामिल हैं। इसके अलावा, बरनाला से 25, कपूरथला से 515, तरनतारन से 60, मोगा से 115 और मानसा से 163 लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

बेघर परिवारों को ठहराने के लिए पंजाब भर में 129 कैंप बनाए गए हैं, जिनमें अमृतसर में 16 कैंप, बरनाला में 1, फाजिल्का में 10, फिरोजपुर में 8, गुरदासपुर में 25, होशियारपुर में 20, कपूरथला में 4, मानसा में 1, मोगा में 9, पठानकोट में 14, संगरूर में 1 और जिला पटियाला में 20 कैंप शामिल हैं। गुरदासपुर जिले में सबसे अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

मंत्री मुंडियां ने जिला प्रशासन को इन केंद्रों में भोजन, चिकित्सा सहायता और आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। राज्य भर में कुल 7,144 लोगों को राहत कैंपों में ठहराया गया है।

बाढ़ से 12 जिलों के कुल 1,044 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें अमृतसर के 88 गांव, बरनाला के 24, फाजिल्का के 72, फिरोजपुर के 76, गुरदासपुर के 321, होशियारपुर के 94, जालंधर के 55, कपूरथला के 115, मानसा के 77, मोगा के 39, पठानकोट के 82 और एसएएस नगर का 1 गांव शामिल है।

पंजाब के विभिन्न जिलों में बाढ़ से कुल 2,56,107 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें गुरदासपुर जिले में 1,45,000, अमृतसर में 35,000, फिरोजपुर में 24,015 और फाजिल्का में 21,562 लोग शामिल हैं।

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