अमेरिकी राजनीतिक वैज्ञानिक क्रिस्टीन फेयर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए एक हिंदी गाली का इस्तेमाल किया है। यह घटना पाकिस्तानी पत्रकार मोईद पिरजादा के शो में हुई।
वीडियो में, पिरजादा ने फेयर से पूछा कि क्या अमेरिका ने चीन के मुकाबले भारत का इस्तेमाल करने की अपनी पुरानी रणनीति बदल दी है। फेयर ने जवाब दिया कि अमेरिकी नौकरशाही अभी भी एशिया में भारत की भूमिका का समर्थन करती है, लेकिन ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों के पास इस मामले में गहरी विशेषज्ञता नहीं थी।
इसके बाद, फेयर ने ट्रंप के लिए हिंदी शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे पिरजादा मुस्कुराने लगे। उन्होंने स्वीकार किया कि वह अक्सर उर्दू में भी इसी तरह के शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर फैल गया, जिससे प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूज़र्स ने फेयर के बयान का समर्थन किया, जबकि कुछ ने इसकी आलोचना की।
एक यूज़र ने लिखा, अंततः किसी ने उनका सही शीर्षक इस्तेमाल किया। दूसरे ने मज़ाक में कहा, जल्द ही यह शब्द ऑक्सफ़ोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी में शामिल होगा। तीसरे ने लिखा, किसी ऐसे व्यक्ति को वर्णित करने के लिए यह सबसे उपयुक्त हिंदी शब्द है, जिसे अन्यथा व्यक्त नहीं किया जा सकता।
क्रिस्टीन फेयर अमेरिका की एक प्रमुख राजनीतिक वैज्ञानिक और लेखक हैं। वह जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी स्टडीज़ प्रोग्राम में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनकी शोध विशेषज्ञता दक्षिण एशियाई राजनीति, आतंकवाद विरोधी नीतियां और अमेरिकी विदेश नीति पर केंद्रित है।
डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से अपनी तीखी आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं, न केवल अमेरिका में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी। क्रिस्टीन फेयर का यह बयान, हालांकि casually दिया गया, फिर भी ट्रंप के सख्त और सीधे आलोचना करने वाले व्यक्तित्व को लेकर ऑनलाइन बहस को फिर से जीवित कर दिया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, फेयर का यह बयान सामाजिक और राजनीतिक संवाद में हास्य और आलोचना का मिश्रण है। सोशल मीडिया पर इसे अंतरराष्ट्रीय राजनीति में मज़ाक और व्यंग्य की झलक के रूप में देखा जा रहा है। फेयर के इस शब्द के इस्तेमाल ने यह सवाल उठाया है कि क्या विदेशी विशेषज्ञ और पत्रकार कभी-कभी स्थानीय भाषा और सांस्कृतिक स्लैंग का इस्तेमाल करके अपनी बात को मज़ेदार और प्रभावशाली बना सकते हैं।
कई विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना दर्शाती है कि गंभीर राजनीतिक विश्लेषण में भी हल्की-फुल्की भाषा और स्लैंग का इस्तेमाल संदेश को वायरल बनाने में मदद कर सकता है।
ट्रंप के लिए इस्तेमाल किया गया शब्द न केवल हास्य पैदा करता है, बल्कि यह उनके व्यक्तित्व और प्रशासन के विवादास्पद निर्णयों की समीक्षा और आलोचना का तरीका भी है। यह शब्द भारतीय और पाकिस्तानी सोशल मीडिया यूज़र्स के लिए भी तुरंत समझ में आने वाला और relatable था।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने कई मीम्स और संवाद को जन्म दिया। लोग इसे अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हिंदी का प्रवेश कहकर देख रहे हैं। कई पत्रकारों और फॉलोअर्स ने इसे बोल्ड और बेबाक टिप्पणी बताया।
विवाद के बावजूद, अधिकांश दर्शकों ने इसे हास्य और राजनीतिक व्यंग्य के रूप में स्वीकार किया। क्रिस्टीन फेयर का यह बयान न केवल ट्रंप की आलोचना का तरीका है, बल्कि यह दर्शाता है कि विश्व राजनीति में हास्य और भाषा का मिश्रण भी प्रभावशाली हो सकता है।
Christine Fair called Donald Trump a Chutiya in an interview with Moeed Pirzada! pic.twitter.com/Qsv0CTpxor
— Sensei Kraken Zero (@YearOfTheKraken) August 25, 2025
डोगेश भाई के आगे शेरनी भी हुई ढेर, वायरल वीडियो देख छूट जाएगी हंसी!
पहले मुंह पर स्प्रे, फिर लूट! रेलवे स्टेशन पर चोरी का नया तरीका
ट्रंप का भारत पर टैरिफ प्रहार, पूर्व विदेश सचिव ने संबंधों पर दिया ज़ोर
बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को बसाने के बयान से बवाल, बीजेपी ने कहा - सबसे बड़ा राष्ट्र विरोधी बयान
टैरिफ की चेतावनी: ट्रंप का दावा, कल कॉल करो, वरना सिर चकरा जाएगा!
वैष्णो देवी मार्ग पर मौत का मंजर : 30 तक पहुंची मृतकों की संख्या
टीम इंडिया से निराशा, 6 भारतीय खिलाड़ियों का ओमान से एशिया कप खेलने का फैसला!
वोटर अधिकार यात्रा: दोनों युवराज लोकतंत्र के लिए खतरा , स्टालिन के बिहार आगमन पर सम्राट चौधरी का हमला
प्रेमी से झगड़े के बाद युवती का हाई वोल्टेज ड्रामा, बिजली के पोल पर चढ़कर मचाया हड़कंप
स्पेसएक्स ने अंतरिक्ष में तैनात किए आठ डमी सैटेलाइट, हिंद महासागर में भव्य लैंडिंग!