स्विट्जरलैंड में रह रहीं वाल्मीकि समाज की PhD स्कॉलर रोहिणी घावरी वाल्मीकि ने बताया कि उन्हें एक सांसद के खिलाफ आवाज उठाने पर करियर बर्बाद करने की धमकियाँ मिल रही हैं।
रोहिणी ने शुरू में सोचा कि दलित एकता के हित में मामले को ज्यादा तूल न दिया जाए, लेकिन बाद में बोलने के सिवा कोई चारा नहीं रहा।
रोहिणी एक सांसद के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं, जो नीले गमछे के लिए जाने जाते हैं, एक चर्चित दलित आइकॉन के नाम पर पार्टी चलाते हैं और जिन्हें Y+ सुरक्षा प्राप्त है।
रोहिणी ने सांसद के कई वीडियो जारी किए हैं, जिनमें वो जमीन पर लेटकर माफी मांगते और रोते हुए दिख रहे हैं। कई चैट्स भी वायरल हुए हैं, जिनमें वो रोहिणी की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं।
अब सांसद के खिलाफ FIR दर्ज होने जा रही है। रोहिणी कानूनी सलाह के कारण वीडियो के माध्यम से मीडिया से नहीं जुड़ पा रही हैं, लेकिन FIR दर्ज होने के बाद वो नए खुलासे करेंगी और अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगी।
रोहिणी पहले भी सांसद के खिलाफ आवाज उठा चुकी हैं और उन पर कई लड़कियों का जीवन बर्बाद करने का आरोप लगा चुकी हैं। उन्होंने बताया था कि कैसे सांसद ने शादी की बात छिपाकर कई लड़कियों की इज्जत के साथ खेला।
उन्होंने बताया कि उन्हें दलित समाज के सामने झूठा साबित करने के लिए बदनाम करने की कोशिशें हुईं और दबाव डालकर उनसे पोस्ट्स डिलीट करवाए गए। सांसद जी अपने लोगों से कह रहे हैं कि उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा, लड़की अपना ही करियर बर्बाद करेगी।
रोहिणी का कहना है कि उन्हें जेल जाना पड़े तो भी गम नहीं, वो देश की महिलाओं के सामने उदाहरण बनना चाहती हैं कि अत्याचार के खिलाफ डरें नहीं।
रोहिणी पिछले एक सप्ताह से और आक्रामक हैं। उन्होंने सांसद के लिए धोखेबाज, गद्दार, कलंकित, नीच, नामर्द, नालायक जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है।
वो गुस्से में हैं और वाल्मीकि समाज उनके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जनता हर किसी को जज करती है, पहले उन्हें लगा कि समाज स्वयं ही न्याय करेगा, इसीलिए कानूनी प्रक्रिया नहीं अपनाई।
रोहिणी खुद को आंबेडकरवादी बताती हैं, लेकिन भारत की जनता को जातियों में बांटकर नहीं देखतीं। वो मनुवादी जैसे शब्दों से चिढ़ती हैं और ब्राह्मणों को सम्मान की नजर से देखती हैं।
उन्हें लगता है कि सांसद को कुछ बड़ी राजनीतिक पार्टियों का समर्थन है। लेकिन, उन्हें विश्वास है कि असली चरित्र के खुलासे के बाद पार्टियां उनसे दूरी बना लेंगी।
नीले गमछे वाले सांसद पर FIR होते ही विरोध प्रदर्शन शुरू होंगे। ब्राह्मण समाज के एक्टिविस्ट्स ने भी उन्हें समर्थन का भरोसा दिया है।
कभी UN के विश्व संसद में 3 बार भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकीं रोहिणी ने राम मंदिर निर्माण का बचाव करते हुए कई तर्क दिए थे।
अब डॉ रोहिणी घावरी की FIR व न्यायालय का दरवाजा खटखटाए जाने के बाद क्या होता है, ये तो समय बताएगा। लेकिन, नीले गमछे वाले सांसद जी के दिन ठीक नहीं चल रहे। रोहिणी कुछ अन्य लड़कियों की आपबीती भी साझा कर रही हैं, ताकि अपने आरोपों की पुष्टि कर सकें। वो अब पीछे हटने के मूड में नहीं हैं।
चंद्रशेखर की राजनीति से ख़ुद चंद्रशेखर के अलावा आज तक किसी को कोई फ़ायदा नहीं हुआ बल्कि हज़ारो युवाओं का भविष्य बर्बाद हुआ है जो रोते रहते है यह फ़ोन तक नहीं उठाता !! इसकी राजनीति से समाज का बहुत नुक़सान हुआ है यह ख़ुद जानता है !!
— Dr. Rohini Ghavari ( रोहिणी ) (@DrRohinighavari) June 8, 2025
एक अच्छा लीडर लोगो का हित पहले देखता है ख़ुद का… pic.twitter.com/XBOm1lA7Hg
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